एवोल्यूशन ऑफ़ प्रोविंशियल फ़ाईनैंस इन ब्रिटिश इंडिया: अ स्टडी इन द प्रोविंशियल डिसेंट्रलाईज़ेशन ऑफ़ इंपीरियल फ़ाईनैंस
Author: अम्बेडकर, बी.आर.
Keywords: बी. आर. अम्बेडकर, भारतीय वित्त, 1919, प्रांतीय विवरण, राजस्व विवरण, भारतीय क़ानून
Publisher: पी.एस. किंग & सन, वेस्टमिंस्टर
Description: भारतीय वित्तीय प्रणाली के वित्त और राजस्व विवरणों के वार्षिक खंड को चार श्रेणियों - राजसी, प्रांतीय, निगमित स्थानीय और अपवर्जित स्थानीय - में विभाजित किया गया है। डॉ. बी.आर. अम्बेडकर द्वारा यह अध्ययन, प्रांतीय विवरणों से एक के उत्थान और संवृद्धि को समझाने का एक प्रयास है। इसे फिर चार भागों में विभाजित किया गया है, जो प्रत्येक प्रांतीय वित्त की उत्पत्ति, विकास, संगठन और, 1919 के संवैधानिक परिवर्तनों द्वारा दिए गए इनके अंतिम रूप, से संबंधित है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | अम्बेडकर, बी.आर. |
dc.date.accessioned | 2018-07-26T05:28:51Z |
dc.date.available | 2018-07-26T05:28:51Z |
dc.description | भारतीय वित्तीय प्रणाली के वित्त और राजस्व विवरणों के वार्षिक खंड को चार श्रेणियों - राजसी, प्रांतीय, निगमित स्थानीय और अपवर्जित स्थानीय - में विभाजित किया गया है। डॉ. बी.आर. अम्बेडकर द्वारा यह अध्ययन, प्रांतीय विवरणों से एक के उत्थान और संवृद्धि को समझाने का एक प्रयास है। इसे फिर चार भागों में विभाजित किया गया है, जो प्रत्येक प्रांतीय वित्त की उत्पत्ति, विकास, संगठन और, 1919 के संवैधानिक परिवर्तनों द्वारा दिए गए इनके अंतिम रूप, से संबंधित है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xx, 285 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | पी.एस. किंग & सन, वेस्टमिंस्टर |
dc.subject | बी. आर. अम्बेडकर, भारतीय वित्त, 1919, प्रांतीय विवरण, राजस्व विवरण, भारतीय क़ानून |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1925 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000956 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | अम्बेडकर, बी.आर. |
dc.date.accessioned | 2018-07-26T05:28:51Z |
dc.date.available | 2018-07-26T05:28:51Z |
dc.description | भारतीय वित्तीय प्रणाली के वित्त और राजस्व विवरणों के वार्षिक खंड को चार श्रेणियों - राजसी, प्रांतीय, निगमित स्थानीय और अपवर्जित स्थानीय - में विभाजित किया गया है। डॉ. बी.आर. अम्बेडकर द्वारा यह अध्ययन, प्रांतीय विवरणों से एक के उत्थान और संवृद्धि को समझाने का एक प्रयास है। इसे फिर चार भागों में विभाजित किया गया है, जो प्रत्येक प्रांतीय वित्त की उत्पत्ति, विकास, संगठन और, 1919 के संवैधानिक परिवर्तनों द्वारा दिए गए इनके अंतिम रूप, से संबंधित है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xx, 285 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | पी.एस. किंग & सन, वेस्टमिंस्टर |
dc.subject | बी. आर. अम्बेडकर, भारतीय वित्त, 1919, प्रांतीय विवरण, राजस्व विवरण, भारतीय क़ानून |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1925 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000956 |
dc.format.medium | text |