अ ग्रामर ऑफ़ द लैटिन लैंग्वेज फ़्रॉम प्लॉट्स टू सुटॉनियस
Author: जॉन रॉबी, हेनरी
Keywords: लैटिन, व्याकरण, उच्चारण, साहित्य
Publisher: मैकमिलन, लंदन
Description: यह कार्य लैटिन को उसकी सभी बारीकियों के साथ समझता है और लैटिन साहित्य की शुरुआत के समय से लेकर रजत युग के अंत तक (अर्थात लगभग 200 ई.पू.- से लगभग 120 ईस्वी तक) के तथ्यों और शब्दों/रूपों को सूचीबद्ध करता है। यह तीन पुस्तकों में विभाजित है - स्वर, शब्द के विभक्तियुक्त रूप और शब्द निर्माण।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | जॉन रॉबी, हेनरी |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-20T10:09:01Z |
dc.date.available | 2018-07-20T10:09:01Z |
dc.description | यह कार्य लैटिन को उसकी सभी बारीकियों के साथ समझता है और लैटिन साहित्य की शुरुआत के समय से लेकर रजत युग के अंत तक (अर्थात लगभग 200 ई.पू.- से लगभग 120 ईस्वी तक) के तथ्यों और शब्दों/रूपों को सूचीबद्ध करता है। यह तीन पुस्तकों में विभाजित है - स्वर, शब्द के विभक्तियुक्त रूप और शब्द निर्माण। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | various pages |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | मैकमिलन, लंदन |
dc.subject | लैटिन, व्याकरण, उच्चारण, साहित्य |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1887 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001562 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | जॉन रॉबी, हेनरी |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-20T10:09:01Z |
dc.date.available | 2018-07-20T10:09:01Z |
dc.description | यह कार्य लैटिन को उसकी सभी बारीकियों के साथ समझता है और लैटिन साहित्य की शुरुआत के समय से लेकर रजत युग के अंत तक (अर्थात लगभग 200 ई.पू.- से लगभग 120 ईस्वी तक) के तथ्यों और शब्दों/रूपों को सूचीबद्ध करता है। यह तीन पुस्तकों में विभाजित है - स्वर, शब्द के विभक्तियुक्त रूप और शब्द निर्माण। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | various pages |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | मैकमिलन, लंदन |
dc.subject | लैटिन, व्याकरण, उच्चारण, साहित्य |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1887 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001562 |
dc.format.medium | text |