अ ग्रामर ऑफ़ द पुख्तो, पश्तो ऑर लैंग्वेज ऑफ़ अफ़ग़ान्स, पार्ट -II
Author: रैवर्टी, एच.जी.
Keywords: व्याकरण, पुख्तो भाषा, अफ़ग़ान जनजातियाँ, रीति-रिवाज़ और साहित्य
Publisher: बैप्टिस्ट मिशन प्रेस, कलकत्ता
Description: हेनरी जॉर्ज रैवर्टी की यह पुस्तक एक ऐसा संग्रह है जिसमें युद्ध के बारे में लिखे गए लेखों के अनुवाद, और अफ़ग़ान जनजातियों की भाषा, साहित्य और वंश के बारे में कथन, दोनों ही शामिल हैं। इसमें अफ़ग़ान साहित्य, व्याकरण, यात्रा, शब्दार्थ, शिष्टाचार और रीति-रिवाज़ जैसे विषय शामिल हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | रैवर्टी, एच.जी. |
dc.date.accessioned | 2019-02-18T14:16:38Z |
dc.date.available | 2019-02-18T14:16:38Z |
dc.description | हेनरी जॉर्ज रैवर्टी की यह पुस्तक एक ऐसा संग्रह है जिसमें युद्ध के बारे में लिखे गए लेखों के अनुवाद, और अफ़ग़ान जनजातियों की भाषा, साहित्य और वंश के बारे में कथन, दोनों ही शामिल हैं। इसमें अफ़ग़ान साहित्य, व्याकरण, यात्रा, शब्दार्थ, शिष्टाचार और रीति-रिवाज़ जैसे विषय शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | [ca. 140 p.] |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | बैप्टिस्ट मिशन प्रेस, कलकत्ता |
dc.subject | व्याकरण, पुख्तो भाषा, अफ़ग़ान जनजातियाँ, रीति-रिवाज़ और साहित्य |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1856 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001637 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | रैवर्टी, एच.जी. |
dc.date.accessioned | 2019-02-18T14:16:38Z |
dc.date.available | 2019-02-18T14:16:38Z |
dc.description | हेनरी जॉर्ज रैवर्टी की यह पुस्तक एक ऐसा संग्रह है जिसमें युद्ध के बारे में लिखे गए लेखों के अनुवाद, और अफ़ग़ान जनजातियों की भाषा, साहित्य और वंश के बारे में कथन, दोनों ही शामिल हैं। इसमें अफ़ग़ान साहित्य, व्याकरण, यात्रा, शब्दार्थ, शिष्टाचार और रीति-रिवाज़ जैसे विषय शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | [ca. 140 p.] |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | बैप्टिस्ट मिशन प्रेस, कलकत्ता |
dc.subject | व्याकरण, पुख्तो भाषा, अफ़ग़ान जनजातियाँ, रीति-रिवाज़ और साहित्य |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1856 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001637 |
dc.format.medium | text |