हैदर अली एंड टीपू सुल्तान एंड द स्ट्रगल विद द मुसलमान पावर्स ऑफ़ द साउथ
Author: बोरिंग, लेविन बी.
Keywords: सुल्तान शासक, भारतीय इतिहास, मैसूर राज्य, अनाधिकार ग्रहण
Publisher: क्लैरेंडन प्रेस, ऑक्सफ़ोर्ड
Description: लेविन बी बोरिंग द्वारा लिखित यह पुस्तक, मैसूर में मुसलमान अनधिकार ग्रहण का विवरण देती है। यह, लोकप्रिय रूप से, सबसे उल्लेखनीय मान्य व्यक्तियों में से एक के कार्यकाल पर प्रकाश डालती है, जिन्होंने अपने बेटे के साथ मिलकर भारतीय इतिहास के मंच पर अपनी भूमिका निभाई। यह पुस्तक हैदर अली और उसके बेटे, टीपू सुल्तान, के बारे में अंग्रेज़ी, फ़्रांसीसी और देशी अधिकारियों के परस्पर विरोधी विचारों को प्रस्तुत करती है। पुस्तक के बाद के भाग में हैदर अली और टीपू सुल्तान द्वारा अनाधिकार ग्रहण के अड़तीस वर्षों के दौरान मैसूर साम्राज्य में होने वाले परिवर्तनों के विषय में चर्चा की गई है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | बोरिंग, लेविन बी. |
dc.date.accessioned | 2018-07-19T05:32:01Z |
dc.date.available | 2018-07-19T05:32:01Z |
dc.description | लेविन बी बोरिंग द्वारा लिखित यह पुस्तक, मैसूर में मुसलमान अनधिकार ग्रहण का विवरण देती है। यह, लोकप्रिय रूप से, सबसे उल्लेखनीय मान्य व्यक्तियों में से एक के कार्यकाल पर प्रकाश डालती है, जिन्होंने अपने बेटे के साथ मिलकर भारतीय इतिहास के मंच पर अपनी भूमिका निभाई। यह पुस्तक हैदर अली और उसके बेटे, टीपू सुल्तान, के बारे में अंग्रेज़ी, फ़्रांसीसी और देशी अधिकारियों के परस्पर विरोधी विचारों को प्रस्तुत करती है। पुस्तक के बाद के भाग में हैदर अली और टीपू सुल्तान द्वारा अनाधिकार ग्रहण के अड़तीस वर्षों के दौरान मैसूर साम्राज्य में होने वाले परिवर्तनों के विषय में चर्चा की गई है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 233p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | क्लैरेंडन प्रेस, ऑक्सफ़ोर्ड |
dc.subject | सुल्तान शासक, भारतीय इतिहास, मैसूर राज्य, अनाधिकार ग्रहण |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1899 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003176 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | बोरिंग, लेविन बी. |
dc.date.accessioned | 2018-07-19T05:32:01Z |
dc.date.available | 2018-07-19T05:32:01Z |
dc.description | लेविन बी बोरिंग द्वारा लिखित यह पुस्तक, मैसूर में मुसलमान अनधिकार ग्रहण का विवरण देती है। यह, लोकप्रिय रूप से, सबसे उल्लेखनीय मान्य व्यक्तियों में से एक के कार्यकाल पर प्रकाश डालती है, जिन्होंने अपने बेटे के साथ मिलकर भारतीय इतिहास के मंच पर अपनी भूमिका निभाई। यह पुस्तक हैदर अली और उसके बेटे, टीपू सुल्तान, के बारे में अंग्रेज़ी, फ़्रांसीसी और देशी अधिकारियों के परस्पर विरोधी विचारों को प्रस्तुत करती है। पुस्तक के बाद के भाग में हैदर अली और टीपू सुल्तान द्वारा अनाधिकार ग्रहण के अड़तीस वर्षों के दौरान मैसूर साम्राज्य में होने वाले परिवर्तनों के विषय में चर्चा की गई है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 233p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | क्लैरेंडन प्रेस, ऑक्सफ़ोर्ड |
dc.subject | सुल्तान शासक, भारतीय इतिहास, मैसूर राज्य, अनाधिकार ग्रहण |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1899 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003176 |
dc.format.medium | text |