हिंदू एस्ट्रोनॉमी
Author: ब्रेनंड, डब्ल्यू.
Keywords: हिंदू, खगोल विज्ञान, विज्ञान, ज्योतिष
Publisher: चैस. स्ट्रेकर & संस, लंदन
Description: यह कार्य संपूर्ण इतिहास में हिंदुओं की साहित्यिक और वैज्ञानिक उपलब्धियों को श्रेय देने के लिए, हिंदू खगोलीय विज्ञान के सिद्धांतों के बारे में बहुत विस्तार से चर्चा करता है, विशेष रूप से तब जबकि यूरोपीय लोगों द्वारा इस तरह की कोई भी अभिस्वीकृति प्राप्त नहीं है। इस कार्य में हिंदू ज्योतिषियों, हिंदुओं के अंकगणित, ज्यामिति, बीजगणित, तथा खगोलीय उपकरणों, आदि, जैसे विषयों के प्रकाश में विभिन्न खगोलीय सिद्धांतों और विचारों पर चर्चा की गई है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | ब्रेनंड, डब्ल्यू. |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-25T05:50:01Z |
dc.date.available | 2018-07-25T05:50:01Z |
dc.description | यह कार्य संपूर्ण इतिहास में हिंदुओं की साहित्यिक और वैज्ञानिक उपलब्धियों को श्रेय देने के लिए, हिंदू खगोलीय विज्ञान के सिद्धांतों के बारे में बहुत विस्तार से चर्चा करता है, विशेष रूप से तब जबकि यूरोपीय लोगों द्वारा इस तरह की कोई भी अभिस्वीकृति प्राप्त नहीं है। इस कार्य में हिंदू ज्योतिषियों, हिंदुओं के अंकगणित, ज्यामिति, बीजगणित, तथा खगोलीय उपकरणों, आदि, जैसे विषयों के प्रकाश में विभिन्न खगोलीय सिद्धांतों और विचारों पर चर्चा की गई है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xiv, 329 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | चैस. स्ट्रेकर & संस, लंदन |
dc.subject | हिंदू, खगोल विज्ञान, विज्ञान, ज्योतिष |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1896 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001680 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | ब्रेनंड, डब्ल्यू. |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-25T05:50:01Z |
dc.date.available | 2018-07-25T05:50:01Z |
dc.description | यह कार्य संपूर्ण इतिहास में हिंदुओं की साहित्यिक और वैज्ञानिक उपलब्धियों को श्रेय देने के लिए, हिंदू खगोलीय विज्ञान के सिद्धांतों के बारे में बहुत विस्तार से चर्चा करता है, विशेष रूप से तब जबकि यूरोपीय लोगों द्वारा इस तरह की कोई भी अभिस्वीकृति प्राप्त नहीं है। इस कार्य में हिंदू ज्योतिषियों, हिंदुओं के अंकगणित, ज्यामिति, बीजगणित, तथा खगोलीय उपकरणों, आदि, जैसे विषयों के प्रकाश में विभिन्न खगोलीय सिद्धांतों और विचारों पर चर्चा की गई है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xiv, 329 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | चैस. स्ट्रेकर & संस, लंदन |
dc.subject | हिंदू, खगोल विज्ञान, विज्ञान, ज्योतिष |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1896 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001680 |
dc.format.medium | text |