हिंदू कल्चर एन एक्सपोज़िशन एंड अ विंडीकेशन
Author: शास्त्री, के.एस. रामास्वामी
Keywords: हिंदू, सभ्यता, संस्कृति, इतिहास, हिंदू
Publisher: एस. गणेशन, ट्रिप्लीकेन
Description: यह कार्य भारत में हिंदू सभ्यता और संस्कृति तथा दुनिया के इतिहास एवं सभ्यताओं को आकार देने में इसके योगदान का कीर्तिगान करने का प्रयास करता है। इस पुस्तक में हिंदुओं के गौरवशाली इतिहास, उनकी बौद्धिक और सांस्कृतिक महानता, शास्त्रों, हिंदू रीति-रिवाजों, अनुष्ठानों, प्रथाओं जैसे विषयों के बारे में चर्चा की गई है। यह पुस्तक काफी हद तक इस विचार के खिलाफ है कि हिंदू संस्कृति का पतन हो रहा है। यह हिंदुओं के सिद्धांतों, नीति, नियमों, और हिंदू सभ्यता की प्रतिरक्षा करना चाहती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | शास्त्री, के.एस. रामास्वामी |
dc.date.accessioned | 2017-05-09T07:54:02Z 2018-06-07T03:11:30Z |
dc.date.available | 2017-05-09T07:54:02Z 2018-06-07T03:11:30Z |
dc.description | यह कार्य भारत में हिंदू सभ्यता और संस्कृति तथा दुनिया के इतिहास एवं सभ्यताओं को आकार देने में इसके योगदान का कीर्तिगान करने का प्रयास करता है। इस पुस्तक में हिंदुओं के गौरवशाली इतिहास, उनकी बौद्धिक और सांस्कृतिक महानता, शास्त्रों, हिंदू रीति-रिवाजों, अनुष्ठानों, प्रथाओं जैसे विषयों के बारे में चर्चा की गई है। यह पुस्तक काफी हद तक इस विचार के खिलाफ है कि हिंदू संस्कृति का पतन हो रहा है। यह हिंदुओं के सिद्धांतों, नीति, नियमों, और हिंदू सभ्यता की प्रतिरक्षा करना चाहती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xvi, 216p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | एस. गणेशन, ट्रिप्लीकेन |
dc.subject | हिंदू, सभ्यता, संस्कृति, इतिहास, हिंदू |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1922 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000665 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | शास्त्री, के.एस. रामास्वामी |
dc.date.accessioned | 2017-05-09T07:54:02Z 2018-06-07T03:11:30Z |
dc.date.available | 2017-05-09T07:54:02Z 2018-06-07T03:11:30Z |
dc.description | यह कार्य भारत में हिंदू सभ्यता और संस्कृति तथा दुनिया के इतिहास एवं सभ्यताओं को आकार देने में इसके योगदान का कीर्तिगान करने का प्रयास करता है। इस पुस्तक में हिंदुओं के गौरवशाली इतिहास, उनकी बौद्धिक और सांस्कृतिक महानता, शास्त्रों, हिंदू रीति-रिवाजों, अनुष्ठानों, प्रथाओं जैसे विषयों के बारे में चर्चा की गई है। यह पुस्तक काफी हद तक इस विचार के खिलाफ है कि हिंदू संस्कृति का पतन हो रहा है। यह हिंदुओं के सिद्धांतों, नीति, नियमों, और हिंदू सभ्यता की प्रतिरक्षा करना चाहती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xvi, 216p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | एस. गणेशन, ट्रिप्लीकेन |
dc.subject | हिंदू, सभ्यता, संस्कृति, इतिहास, हिंदू |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1922 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000665 |
dc.format.medium | text |