हिंदू मैनर्स, कस्टम्स एंड सेरेमनीज़
Author: जे.ए., एबे
Keywords: हिंदू, प्रथा, परंपरा, रीति-रिवाज़, समारोह
Publisher: कार्यालय, सरकारी मुद्रण अधीक्षक, कलकत्ता
Description: इस प्रथम खंड में, संस्कृत ग्रंथों के महान विद्वानों में से एक, एबे जे.ए. डुबोआ द्वारा हिंदुओं की सामाजिक-धार्मिक प्रथाओं और परंपराओं की बहुत विस्तृत रूप से चर्चा की गई है। यह हेनरी बीचम द्वारा लेखक के फ़्रांसीसी भाषा के कार्य का अनुवाद है, जिसमें बीचम द्वारा दी गईं आलोचनाएँ और फ़्रांसीसी भाषा की पांडुलिपि में उनके द्वारा किए गए सुधार शामिल हैं। यह अध्ययन हिंदू दर्शन के लगभग सभी पक्षों को सम्मिलित करता है जैसे कि ब्राह्मणवाद, जाति, विवाह, धर्माचार, महिला, धारणा और प्रथा। वेदों, धर्मशास्त्रों और महाकाव्यों सहित संस्कृत ग्रंथ इस कृति के प्रमुख स्रोत हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | जे.ए., एबे |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-24T09:55:43Z |
dc.date.available | 2018-07-24T09:55:43Z |
dc.description | इस प्रथम खंड में, संस्कृत ग्रंथों के महान विद्वानों में से एक, एबे जे.ए. डुबोआ द्वारा हिंदुओं की सामाजिक-धार्मिक प्रथाओं और परंपराओं की बहुत विस्तृत रूप से चर्चा की गई है। यह हेनरी बीचम द्वारा लेखक के फ़्रांसीसी भाषा के कार्य का अनुवाद है, जिसमें बीचम द्वारा दी गईं आलोचनाएँ और फ़्रांसीसी भाषा की पांडुलिपि में उनके द्वारा किए गए सुधार शामिल हैं। यह अध्ययन हिंदू दर्शन के लगभग सभी पक्षों को सम्मिलित करता है जैसे कि ब्राह्मणवाद, जाति, विवाह, धर्माचार, महिला, धारणा और प्रथा। वेदों, धर्मशास्त्रों और महाकाव्यों सहित संस्कृत ग्रंथ इस कृति के प्रमुख स्रोत हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | vol.2 |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कार्यालय, सरकारी मुद्रण अधीक्षक, कलकत्ता |
dc.subject | हिंदू, प्रथा, परंपरा, रीति-रिवाज़, समारोह |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1897 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001416 |
dc.format.medium | text |
dc.contributor.translator | Beauchamp,Henry K |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | जे.ए., एबे |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-24T09:55:43Z |
dc.date.available | 2018-07-24T09:55:43Z |
dc.description | इस प्रथम खंड में, संस्कृत ग्रंथों के महान विद्वानों में से एक, एबे जे.ए. डुबोआ द्वारा हिंदुओं की सामाजिक-धार्मिक प्रथाओं और परंपराओं की बहुत विस्तृत रूप से चर्चा की गई है। यह हेनरी बीचम द्वारा लेखक के फ़्रांसीसी भाषा के कार्य का अनुवाद है, जिसमें बीचम द्वारा दी गईं आलोचनाएँ और फ़्रांसीसी भाषा की पांडुलिपि में उनके द्वारा किए गए सुधार शामिल हैं। यह अध्ययन हिंदू दर्शन के लगभग सभी पक्षों को सम्मिलित करता है जैसे कि ब्राह्मणवाद, जाति, विवाह, धर्माचार, महिला, धारणा और प्रथा। वेदों, धर्मशास्त्रों और महाकाव्यों सहित संस्कृत ग्रंथ इस कृति के प्रमुख स्रोत हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | vol.2 |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कार्यालय, सरकारी मुद्रण अधीक्षक, कलकत्ता |
dc.subject | हिंदू, प्रथा, परंपरा, रीति-रिवाज़, समारोह |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1897 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001416 |
dc.format.medium | text |
dc.contributor.translator | Beauchamp,Henry K |