हिंदू फ़िलॉसफ़ी: द सांख्य कारिका ऑफ़ ईश्वर कृष्ण: एन एक्सपोज़िशन ऑफ़ द सिस्टम ऑफ़ कपिल
Author: जॉन डेवीस
Keywords: संख्या, सांख्य, दर्शन, सांख्य कारिका, संस्कृत
Issue Date: 1881
Publisher: लंदन, ट्रबनर एंड को.
Description: यह कृति, ईश्वर कृष्ण द्वारा रचित, प्राचीन संस्कृत पुस्तक, सांख्य कारिका, का अध्ययन करती है। सांख्य कारिका, भारतीय या हिंदू दर्शन की छह पद्धतियों में से एक, सांख्य (या संख्या) दर्शन का सबसे प्रारंभिक उत्तरजीवी ग्रंथ है। यह विशेष पद्धति एकैकगणक दर्शन की प्रतिपादक है जो तर्कवाद को प्रोत्साहित करती है। योग का श्रेय भी सांख्य दर्शन को दिया जाता है। जॉन डेवीस ने इस कृति में इस दार्शनिक पद्धति के इतिहास और विभिन्न सिद्धांतों का अध्ययन करने का प्रयास किया है।
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | जॉन डेवीस |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:25:57Z 2018-05-31T01:03:25Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:25:57Z 2018-05-31T01:03:25Z |
dc.description | यह कृति, ईश्वर कृष्ण द्वारा रचित, प्राचीन संस्कृत पुस्तक, सांख्य कारिका, का अध्ययन करती है। सांख्य कारिका, भारतीय या हिंदू दर्शन की छह पद्धतियों में से एक, सांख्य (या संख्या) दर्शन का सबसे प्रारंभिक उत्तरजीवी ग्रंथ है। यह विशेष पद्धति एकैकगणक दर्शन की प्रतिपादक है जो तर्कवाद को प्रोत्साहित करती है। योग का श्रेय भी सांख्य दर्शन को दिया जाता है। जॉन डेवीस ने इस कृति में इस दार्शनिक पद्धति के इतिहास और विभिन्न सिद्धांतों का अध्ययन करने का प्रयास किया है। |
dc.date.issued | 1881 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 5519837 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | लंदन, ट्रबनर एंड को. |
dc.relation.ispartofseries | 181.4 DAV-H |
dc.subject | संख्या, सांख्य, दर्शन, सांख्य कारिका, संस्कृत |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | जॉन डेवीस |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:25:57Z 2018-05-31T01:03:25Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:25:57Z 2018-05-31T01:03:25Z |
dc.description | यह कृति, ईश्वर कृष्ण द्वारा रचित, प्राचीन संस्कृत पुस्तक, सांख्य कारिका, का अध्ययन करती है। सांख्य कारिका, भारतीय या हिंदू दर्शन की छह पद्धतियों में से एक, सांख्य (या संख्या) दर्शन का सबसे प्रारंभिक उत्तरजीवी ग्रंथ है। यह विशेष पद्धति एकैकगणक दर्शन की प्रतिपादक है जो तर्कवाद को प्रोत्साहित करती है। योग का श्रेय भी सांख्य दर्शन को दिया जाता है। जॉन डेवीस ने इस कृति में इस दार्शनिक पद्धति के इतिहास और विभिन्न सिद्धांतों का अध्ययन करने का प्रयास किया है। |
dc.date.issued | 1881 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 5519837 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | लंदन, ट्रबनर एंड को. |
dc.relation.ispartofseries | 181.4 DAV-H |
dc.subject | संख्या, सांख्य, दर्शन, सांख्य कारिका, संस्कृत |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |