हिंदू ट्राइब्स एंड कास्ट्स; एन अकाउंट ऑफ़ द मोहमडन ट्राइब्स ऑफ़ द नॉर्थ-वेस्ट फ़्रंटियर एंड ऑफ़ द एबोरिजिनल ट्राइब्स ऑफ़ द सेंट्रल प्रोविंसेस, वॉल. II
Author: शेरिंग, एम.ए.
Keywords: हिंदू, जनजातियाँ, जातियाँ, मुसलमान
Publisher: थैकर, स्पिंक, कलकत्ता
Description: एम. ए. शेरिंग द्वारा हिंदू जातियों और जनजातियों पर किए गए काम की श्रृंखला का यह पहला खंड है। यह विशिष्ट भाग विशेष रूप से बनारस की जनजातियों और जातियों का अध्ययन करता है। इस कार्य को चार भागों में विभाजित किया गया है, जिसमें शामिल हैं - ब्राह्मण, क्षत्रिय या राजपूत, अग्निकुल या अग्नि प्रजाति, और वैश्य, शूद्र एवं अन्य को समाहित किए हुई मिश्रित जातियाँ। इन बड़े विभाजनों के भीतर, उप-जातियों का भी अध्ययन किया गया है। यहाँ इन जातियों और जनजातियों के व्यवसायों, रीति-रिवाज़ों और परंपराओं को विस्तृत रूप से बताया गया है।
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | शेरिंग, एम.ए. |
dc.date.accessioned | 2019-02-23T13:15:25Z |
dc.date.available | 2019-02-23T13:15:25Z |
dc.description | एम. ए. शेरिंग द्वारा हिंदू जातियों और जनजातियों पर किए गए काम की श्रृंखला का यह पहला खंड है। यह विशिष्ट भाग विशेष रूप से बनारस की जनजातियों और जातियों का अध्ययन करता है। इस कार्य को चार भागों में विभाजित किया गया है, जिसमें शामिल हैं - ब्राह्मण, क्षत्रिय या राजपूत, अग्निकुल या अग्नि प्रजाति, और वैश्य, शूद्र एवं अन्य को समाहित किए हुई मिश्रित जातियाँ। इन बड़े विभाजनों के भीतर, उप-जातियों का भी अध्ययन किया गया है। यहाँ इन जातियों और जनजातियों के व्यवसायों, रीति-रिवाज़ों और परंपराओं को विस्तृत रूप से बताया गया है। |
dc.format.extent | lxviii, 376 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | थैकर, स्पिंक, कलकत्ता |
dc.subject | हिंदू, जनजातियाँ, जातियाँ, मुसलमान |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1879 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-056502 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | शेरिंग, एम.ए. |
dc.date.accessioned | 2019-02-23T13:15:25Z |
dc.date.available | 2019-02-23T13:15:25Z |
dc.description | एम. ए. शेरिंग द्वारा हिंदू जातियों और जनजातियों पर किए गए काम की श्रृंखला का यह पहला खंड है। यह विशिष्ट भाग विशेष रूप से बनारस की जनजातियों और जातियों का अध्ययन करता है। इस कार्य को चार भागों में विभाजित किया गया है, जिसमें शामिल हैं - ब्राह्मण, क्षत्रिय या राजपूत, अग्निकुल या अग्नि प्रजाति, और वैश्य, शूद्र एवं अन्य को समाहित किए हुई मिश्रित जातियाँ। इन बड़े विभाजनों के भीतर, उप-जातियों का भी अध्ययन किया गया है। यहाँ इन जातियों और जनजातियों के व्यवसायों, रीति-रिवाज़ों और परंपराओं को विस्तृत रूप से बताया गया है। |
dc.format.extent | lxviii, 376 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | थैकर, स्पिंक, कलकत्ता |
dc.subject | हिंदू, जनजातियाँ, जातियाँ, मुसलमान |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1879 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-056502 |
dc.format.medium | text |