हिंदूइज़्म एंड बुद्धिज़्म: एन हिस्टॉरिकल स्केच
Author: चार्ल्स एलियट
Keywords: हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, भक्ति, सूफ़ी, वैष्णववाद, शैववाद, धर्म
Issue Date: 1921
Publisher: लंदन, एडवर्ड आर्नल्ड एंड को.
Description: यह बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के इतिहास पर तीन पुस्तकों की श्रृंखला की दूसरी पुस्तक है। यह विशेष खंड दो विस्तृत भागों में विभाजित है। पहला भाग विशुद्ध रूप से बौद्ध विचारधरा के महायान मत, उससे संबंधित दर्शन, मान्यताओं और प्रथाओं पर केंद्रित है। इसका दूसरा भाग भक्ति काल पर केंद्रित है जिसमें हिंदू धर्म के भीतर और बाहर, वैष्णववाद, शैववाद, शक्तिवाद और सिख धर्म जैसे कई नए धार्मिक विचारों का गठन हुआ था। एक छोटी उपधारा सूफ़ीवाद और कबीर पंथ पर भी समर्पित है।
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | चार्ल्स एलियट |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:47:49Z 2018-05-31T01:07:20Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:47:49Z 2018-05-31T01:07:20Z |
dc.description | यह बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के इतिहास पर तीन पुस्तकों की श्रृंखला की दूसरी पुस्तक है। यह विशेष खंड दो विस्तृत भागों में विभाजित है। पहला भाग विशुद्ध रूप से बौद्ध विचारधरा के महायान मत, उससे संबंधित दर्शन, मान्यताओं और प्रथाओं पर केंद्रित है। इसका दूसरा भाग भक्ति काल पर केंद्रित है जिसमें हिंदू धर्म के भीतर और बाहर, वैष्णववाद, शैववाद, शक्तिवाद और सिख धर्म जैसे कई नए धार्मिक विचारों का गठन हुआ था। एक छोटी उपधारा सूफ़ीवाद और कबीर पंथ पर भी समर्पित है। |
dc.date.issued | 1921 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 19660083 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | लंदन, एडवर्ड आर्नल्ड एंड को. |
dc.relation.ispartofseries | 294 ELI-H |
dc.subject | हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, भक्ति, सूफ़ी, वैष्णववाद, शैववाद, धर्म |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | चार्ल्स एलियट |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:47:49Z 2018-05-31T01:07:20Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:47:49Z 2018-05-31T01:07:20Z |
dc.description | यह बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के इतिहास पर तीन पुस्तकों की श्रृंखला की दूसरी पुस्तक है। यह विशेष खंड दो विस्तृत भागों में विभाजित है। पहला भाग विशुद्ध रूप से बौद्ध विचारधरा के महायान मत, उससे संबंधित दर्शन, मान्यताओं और प्रथाओं पर केंद्रित है। इसका दूसरा भाग भक्ति काल पर केंद्रित है जिसमें हिंदू धर्म के भीतर और बाहर, वैष्णववाद, शैववाद, शक्तिवाद और सिख धर्म जैसे कई नए धार्मिक विचारों का गठन हुआ था। एक छोटी उपधारा सूफ़ीवाद और कबीर पंथ पर भी समर्पित है। |
dc.date.issued | 1921 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 19660083 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | लंदन, एडवर्ड आर्नल्ड एंड को. |
dc.relation.ispartofseries | 294 ELI-H |
dc.subject | हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, भक्ति, सूफ़ी, वैष्णववाद, शैववाद, धर्म |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |