हिंदूइज़्म: एंशियंट एंड मॉडर्न
Author: नाथ, बैज
Keywords: हिंदू धर्म, दर्शन, धर्म, वेद, पुराण, भक्ति, सूफ़ी
Publisher: वैश्य हितकारी कार्यालय, मेरठ
Description: यह कार्य हिंदू धर्म का समग्रतात्मक अध्ययन है, जिसमें इस धर्म का दर्शन, संस्कृत की धार्मिक पुस्तकें, मान्यताएँ और प्रथाएँ, तथा रीति-रिवाज और परंपराएँ सम्मिलित हैं। पुस्तक प्राचीन से लेकर आधुनिक काल तक इन विषयों पर परिचर्चाएँ सम्मिलित करती है और इस लंबी अवधि और प्रसार में हिंदू दर्शन के विकास को विस्तारपूर्वक प्रस्तुत करती है। पुस्तक वैदिक युग से शुरू होकर महाकाव्यों के युग, तत्पश्चात पौराणिक और भक्ति युग तक जाती है। आधुनिक काल की पहचान विभिन्न हिंदू पुनरुत्थानवादी तथा सुधारवादी विचारधाराओं द्वारा किया गया है, जिसमें ब्रह्म समाज और आर्य समाज सहित अन्य ऐसे संगठन सम्मिलित हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | नाथ, बैज |
dc.date.accessioned | 2019-03-12T15:34:10Z |
dc.date.available | 2019-03-12T15:34:10Z |
dc.description | यह कार्य हिंदू धर्म का समग्रतात्मक अध्ययन है, जिसमें इस धर्म का दर्शन, संस्कृत की धार्मिक पुस्तकें, मान्यताएँ और प्रथाएँ, तथा रीति-रिवाज और परंपराएँ सम्मिलित हैं। पुस्तक प्राचीन से लेकर आधुनिक काल तक इन विषयों पर परिचर्चाएँ सम्मिलित करती है और इस लंबी अवधि और प्रसार में हिंदू दर्शन के विकास को विस्तारपूर्वक प्रस्तुत करती है। पुस्तक वैदिक युग से शुरू होकर महाकाव्यों के युग, तत्पश्चात पौराणिक और भक्ति युग तक जाती है। आधुनिक काल की पहचान विभिन्न हिंदू पुनरुत्थानवादी तथा सुधारवादी विचारधाराओं द्वारा किया गया है, जिसमें ब्रह्म समाज और आर्य समाज सहित अन्य ऐसे संगठन सम्मिलित हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xx, 340 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | वैश्य हितकारी कार्यालय, मेरठ |
dc.subject | हिंदू धर्म, दर्शन, धर्म, वेद, पुराण, भक्ति, सूफ़ी |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1905 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000458 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | नाथ, बैज |
dc.date.accessioned | 2019-03-12T15:34:10Z |
dc.date.available | 2019-03-12T15:34:10Z |
dc.description | यह कार्य हिंदू धर्म का समग्रतात्मक अध्ययन है, जिसमें इस धर्म का दर्शन, संस्कृत की धार्मिक पुस्तकें, मान्यताएँ और प्रथाएँ, तथा रीति-रिवाज और परंपराएँ सम्मिलित हैं। पुस्तक प्राचीन से लेकर आधुनिक काल तक इन विषयों पर परिचर्चाएँ सम्मिलित करती है और इस लंबी अवधि और प्रसार में हिंदू दर्शन के विकास को विस्तारपूर्वक प्रस्तुत करती है। पुस्तक वैदिक युग से शुरू होकर महाकाव्यों के युग, तत्पश्चात पौराणिक और भक्ति युग तक जाती है। आधुनिक काल की पहचान विभिन्न हिंदू पुनरुत्थानवादी तथा सुधारवादी विचारधाराओं द्वारा किया गया है, जिसमें ब्रह्म समाज और आर्य समाज सहित अन्य ऐसे संगठन सम्मिलित हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xx, 340 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | वैश्य हितकारी कार्यालय, मेरठ |
dc.subject | हिंदू धर्म, दर्शन, धर्म, वेद, पुराण, भक्ति, सूफ़ी |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1905 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000458 |
dc.format.medium | text |