हिस्ट्री ऑफ़ द ब्रिटिश ऑक्यूपेशन ऑफ़ इंडिया
Author: कस्तूरी, एन.
Keywords: ईसाई धर्म, इतिहास, अंग्रेज़, बंगाल, क्रांति, सिंधिया, युद्ध, भोंसले
Publisher: आर. चटर्जी, कलकत्ता
Description: एन कस्तूरी द्वारा लिखित, यह पुस्तक भारत पर अंग्रेज़ी कब्जे के इतिहास का वर्णन करती है और यह मुख्यतः भारत में ईसाई शक्ति के उदय के बारे में है। यह दुनिया में होने वाले विभिन्न व्यवसायों में भारत की भूमिका पर प्रकाश डालती है। भारत ने स्मरणातीत काल से दुनिया के राष्ट्रों की सभ्यता में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। लेखक इस किताब को 1498 में वास्को डी गामा द्वारा भारत के लिए समुद्री मार्गों की खोज से शुरू करके 1857 में भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के साथ समाप्त करते हैं।
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | कस्तूरी, एन. |
dc.date.accessioned | 2019-03-07T15:47:18Z |
dc.date.available | 2019-03-07T15:47:18Z |
dc.description | एन कस्तूरी द्वारा लिखित, यह पुस्तक भारत पर अंग्रेज़ी कब्जे के इतिहास का वर्णन करती है और यह मुख्यतः भारत में ईसाई शक्ति के उदय के बारे में है। यह दुनिया में होने वाले विभिन्न व्यवसायों में भारत की भूमिका पर प्रकाश डालती है। भारत ने स्मरणातीत काल से दुनिया के राष्ट्रों की सभ्यता में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। लेखक इस किताब को 1498 में वास्को डी गामा द्वारा भारत के लिए समुद्री मार्गों की खोज से शुरू करके 1857 में भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के साथ समाप्त करते हैं। |
dc.format.extent | 257 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | आर. चटर्जी, कलकत्ता |
dc.subject | ईसाई धर्म, इतिहास, अंग्रेज़, बंगाल, क्रांति, सिंधिया, युद्ध, भोंसले |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002919 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | कस्तूरी, एन. |
dc.date.accessioned | 2019-03-07T15:47:18Z |
dc.date.available | 2019-03-07T15:47:18Z |
dc.description | एन कस्तूरी द्वारा लिखित, यह पुस्तक भारत पर अंग्रेज़ी कब्जे के इतिहास का वर्णन करती है और यह मुख्यतः भारत में ईसाई शक्ति के उदय के बारे में है। यह दुनिया में होने वाले विभिन्न व्यवसायों में भारत की भूमिका पर प्रकाश डालती है। भारत ने स्मरणातीत काल से दुनिया के राष्ट्रों की सभ्यता में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। लेखक इस किताब को 1498 में वास्को डी गामा द्वारा भारत के लिए समुद्री मार्गों की खोज से शुरू करके 1857 में भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के साथ समाप्त करते हैं। |
dc.format.extent | 257 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | आर. चटर्जी, कलकत्ता |
dc.subject | ईसाई धर्म, इतिहास, अंग्रेज़, बंगाल, क्रांति, सिंधिया, युद्ध, भोंसले |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002919 |
dc.format.medium | text |