हिस्ट्री ऑफ़ द मद्रास आर्मी, वॉल. IV
Keywords: ईस्ट इंडिया कंपनी, मद्रास सेना, तमिलनाडु, मराठा युद्ध, यूरोपीय सैन्यदल
Publisher: ई. कीज़ एट द गवर्नमेंट प्रेस, मद्रास
Description: डब्ल्यू जे विल्सन द्वारा लिखित, यह पुस्तक मद्रास सेना के संपूर्ण इतिहास को सूचीबद्ध करती है। लेखक ने संपूर्ण इतिहास को पाँच खंडों में विभाजित किया है। यह संपूर्ण इतिहास का चैथा खंड है और यह कई महत्वपूर्ण घटनाओं, जैसे कि 1817-1818 का मराठा युद्ध, सीलोन के मामले और विद्रोह, कोपालद्रूग की घेराबंदी और उस पर कब्ज़ा, 1824-1826 के बीच बर्मा का प्रथम युद्ध, 1824 में चित्तूर में बगावत, 1861 में यूरोपीय सैन्यदल का शाही सेना (रॉयल आर्मी) के साथ समामेलन, आदि, पर चर्चा करता है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributr.compiler | compiled by W.J. Wilson |
dc.date.accessioned | 2018-08-03T09:32:36Z |
dc.date.available | 2018-08-03T09:32:36Z |
dc.description | डब्ल्यू जे विल्सन द्वारा लिखित, यह पुस्तक मद्रास सेना के संपूर्ण इतिहास को सूचीबद्ध करती है। लेखक ने संपूर्ण इतिहास को पाँच खंडों में विभाजित किया है। यह संपूर्ण इतिहास का चैथा खंड है और यह कई महत्वपूर्ण घटनाओं, जैसे कि 1817-1818 का मराठा युद्ध, सीलोन के मामले और विद्रोह, कोपालद्रूग की घेराबंदी और उस पर कब्ज़ा, 1824-1826 के बीच बर्मा का प्रथम युद्ध, 1824 में चित्तूर में बगावत, 1861 में यूरोपीय सैन्यदल का शाही सेना (रॉयल आर्मी) के साथ समामेलन, आदि, पर चर्चा करता है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 552 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | ई. कीज़ एट द गवर्नमेंट प्रेस, मद्रास |
dc.subject | ईस्ट इंडिया कंपनी, मद्रास सेना, तमिलनाडु, मराठा युद्ध, यूरोपीय सैन्यदल |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1882 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributr.compiler | compiled by W.J. Wilson |
dc.date.accessioned | 2018-08-03T09:32:36Z |
dc.date.available | 2018-08-03T09:32:36Z |
dc.description | डब्ल्यू जे विल्सन द्वारा लिखित, यह पुस्तक मद्रास सेना के संपूर्ण इतिहास को सूचीबद्ध करती है। लेखक ने संपूर्ण इतिहास को पाँच खंडों में विभाजित किया है। यह संपूर्ण इतिहास का चैथा खंड है और यह कई महत्वपूर्ण घटनाओं, जैसे कि 1817-1818 का मराठा युद्ध, सीलोन के मामले और विद्रोह, कोपालद्रूग की घेराबंदी और उस पर कब्ज़ा, 1824-1826 के बीच बर्मा का प्रथम युद्ध, 1824 में चित्तूर में बगावत, 1861 में यूरोपीय सैन्यदल का शाही सेना (रॉयल आर्मी) के साथ समामेलन, आदि, पर चर्चा करता है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 552 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | ई. कीज़ एट द गवर्नमेंट प्रेस, मद्रास |
dc.subject | ईस्ट इंडिया कंपनी, मद्रास सेना, तमिलनाडु, मराठा युद्ध, यूरोपीय सैन्यदल |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1882 |
dc.format.medium | text |