Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

हिस्ट्री ऑफ़ द मिडिवल स्कूल ऑफ़ इंडियन लॉजिक

Author: विद्याभूषण, सतीश चंद्र

Keywords: तर्क, प्रतीकात्मक, गणितीय समीक्षात्मक चिंतन, मध्यकालीन पद्धति, इतिहास

Publisher: बैप्टिस्ट मिशन प्रेस, कलकत्ता

Description: सतीश चंद्र विद्याभूषण द्वारा लिखित, यह पुस्तक मध्यकालीन भारतीय तर्क विद्या के व्यापक इतिहास को सूचीबद्ध करती है। यह भारतीय तर्क की मध्यकालीन पद्धति के विशाल साहित्य की ओर विद्वानों का ध्यान आकर्षित करती है। लेखक ने स्पष्ट रूप से दो प्रमुख प्रणालियों को परिभाषित किया है जिसमें भारत के मध्यकालीन तर्क को विभाजित किया गया है - जो कि जैन और बौद्ध हैं। पुस्तक पश्चिमी भारत और दक्कन से प्राप्त कई दुर्लभ जैन पांडुलिपियों के गहन अध्ययन पर आधारित है।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author विद्याभूषण, सतीश चंद्र
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-18T10:05:14Z
dc.date.available 2018-07-18T10:05:14Z
dc.description सतीश चंद्र विद्याभूषण द्वारा लिखित, यह पुस्तक मध्यकालीन भारतीय तर्क विद्या के व्यापक इतिहास को सूचीबद्ध करती है। यह भारतीय तर्क की मध्यकालीन पद्धति के विशाल साहित्य की ओर विद्वानों का ध्यान आकर्षित करती है। लेखक ने स्पष्ट रूप से दो प्रमुख प्रणालियों को परिभाषित किया है जिसमें भारत के मध्यकालीन तर्क को विभाजित किया गया है - जो कि जैन और बौद्ध हैं। पुस्तक पश्चिमी भारत और दक्कन से प्राप्त कई दुर्लभ जैन पांडुलिपियों के गहन अध्ययन पर आधारित है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent xxi,188p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher बैप्टिस्ट मिशन प्रेस, कलकत्ता

dc.subject तर्क, प्रतीकात्मक, गणितीय समीक्षात्मक चिंतन, मध्यकालीन पद्धति, इतिहास
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1909
dc.identifier.accessionnumber AS-000135
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author विद्याभूषण, सतीश चंद्र
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-18T10:05:14Z
dc.date.available 2018-07-18T10:05:14Z
dc.description सतीश चंद्र विद्याभूषण द्वारा लिखित, यह पुस्तक मध्यकालीन भारतीय तर्क विद्या के व्यापक इतिहास को सूचीबद्ध करती है। यह भारतीय तर्क की मध्यकालीन पद्धति के विशाल साहित्य की ओर विद्वानों का ध्यान आकर्षित करती है। लेखक ने स्पष्ट रूप से दो प्रमुख प्रणालियों को परिभाषित किया है जिसमें भारत के मध्यकालीन तर्क को विभाजित किया गया है - जो कि जैन और बौद्ध हैं। पुस्तक पश्चिमी भारत और दक्कन से प्राप्त कई दुर्लभ जैन पांडुलिपियों के गहन अध्ययन पर आधारित है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent xxi,188p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher बैप्टिस्ट मिशन प्रेस, कलकत्ता

dc.subject तर्क, प्रतीकात्मक, गणितीय समीक्षात्मक चिंतन, मध्यकालीन पद्धति, इतिहास
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1909
dc.identifier.accessionnumber AS-000135
dc.format.medium text