हिस्ट्री ऑफ़ द मराठाज़ वॉल. 3
Author: डफ़, जेम्स ग्रांट
Keywords: मराठे, इतिहास, दक्कन की राजनीति, तंजौर, बुंदेलखंड
Publisher: लॉन्गमैन, रीज़, ओरमे, ब्राउन, एंड ग्रीन, लंदन
Description: 1826 में तीन खंडों में प्रकाशित, कैप्टन जेम्स ग्रांट डफ़ की पुस्तक ‘हिस्ट्री ऑफ़ द मराठाज़’, मराठों के व्यापक इतिहास को लिखने का पहला गंभीर प्रयास है। यह विद्वत्ता, अथाह प्रयास, और अथक परिश्रम का काम है, और जो कोई भी भारतीय इतिहास के आधुनिक काल के विकास का अध्ययन करना चाहता है, उसका डफ़ के इस कार्य के बिना काम नहीं चल सकता है क्योंकि भारतीय इतिहास का कोई भी छात्र मराठों के इतिहास को नजरअंदाज नहीं कर सकता है। यह पुस्तक दक्षिण में मैसूर सहित तंजौर से लेकर उत्तर में गुजरात, मालवा और बुंदेलखंड तक मराठों के विस्तारित साम्राज्य का एक व्यापक इतिहास देती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | डफ़, जेम्स ग्रांट |
dc.date.accessioned | 2017-05-12T10:47:44Z 2018-06-07T03:11:25Z |
dc.date.available | 2017-05-12T10:47:44Z 2018-06-07T03:11:25Z |
dc.description | 1826 में तीन खंडों में प्रकाशित, कैप्टन जेम्स ग्रांट डफ़ की पुस्तक ‘हिस्ट्री ऑफ़ द मराठाज़’, मराठों के व्यापक इतिहास को लिखने का पहला गंभीर प्रयास है। यह विद्वत्ता, अथाह प्रयास, और अथक परिश्रम का काम है, और जो कोई भी भारतीय इतिहास के आधुनिक काल के विकास का अध्ययन करना चाहता है, उसका डफ़ के इस कार्य के बिना काम नहीं चल सकता है क्योंकि भारतीय इतिहास का कोई भी छात्र मराठों के इतिहास को नजरअंदाज नहीं कर सकता है। यह पुस्तक दक्षिण में मैसूर सहित तंजौर से लेकर उत्तर में गुजरात, मालवा और बुंदेलखंड तक मराठों के विस्तारित साम्राज्य का एक व्यापक इतिहास देती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xx, 536p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | लॉन्गमैन, रीज़, ओरमे, ब्राउन, एंड ग्रीन, लंदन |
dc.subject | मराठे, इतिहास, दक्कन की राजनीति, तंजौर, बुंदेलखंड |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1826 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002850 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | डफ़, जेम्स ग्रांट |
dc.date.accessioned | 2017-05-12T10:47:44Z 2018-06-07T03:11:25Z |
dc.date.available | 2017-05-12T10:47:44Z 2018-06-07T03:11:25Z |
dc.description | 1826 में तीन खंडों में प्रकाशित, कैप्टन जेम्स ग्रांट डफ़ की पुस्तक ‘हिस्ट्री ऑफ़ द मराठाज़’, मराठों के व्यापक इतिहास को लिखने का पहला गंभीर प्रयास है। यह विद्वत्ता, अथाह प्रयास, और अथक परिश्रम का काम है, और जो कोई भी भारतीय इतिहास के आधुनिक काल के विकास का अध्ययन करना चाहता है, उसका डफ़ के इस कार्य के बिना काम नहीं चल सकता है क्योंकि भारतीय इतिहास का कोई भी छात्र मराठों के इतिहास को नजरअंदाज नहीं कर सकता है। यह पुस्तक दक्षिण में मैसूर सहित तंजौर से लेकर उत्तर में गुजरात, मालवा और बुंदेलखंड तक मराठों के विस्तारित साम्राज्य का एक व्यापक इतिहास देती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xx, 536p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | लॉन्गमैन, रीज़, ओरमे, ब्राउन, एंड ग्रीन, लंदन |
dc.subject | मराठे, इतिहास, दक्कन की राजनीति, तंजौर, बुंदेलखंड |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1826 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002850 |
dc.format.medium | text |