अ हिस्ट्री ऑफ़ द मराठास
Author: डफ़, जेम्स कनिंघम ग्रांट
Keywords: मराठे, डफ़, जेम्स ग्रांट, निज़ाम, पेशवा, हैदर अली, टीपू सुल्तान
Publisher: Oxford University Press, London
Description: ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने डफ़ द्वारा लिखित मराठों के इतिहास को दो खंडों में प्रकाशित किया है और यह दूसरा खंड है। वर्णन 1772 ई. से 1819 ई. तक की अवधि को सम्मिलित करता है। यह पुस्तक मराठों के आंतरिक राजनीतिक द्वंदों और ईस्ट इंडिया कंपनी सहित भारतीय उपमहाद्वीप के अन्य सत्तारूढ़ शासकों के साथ उनके संबंधों को दर्शाती है। यह इन शासकों के बीच महत्वपूर्ण गठबंधनों और युद्धों पर परिचर्चा करती है, जैसे कि मराठों और हैदराबाद के निज़ामों के बीच सत्ता के लिए की गई वार्ता और संघर्ष। डफ़ मराठों के संबंध में अंग्रेज़ों की नीतियों और निर्णयों पर भी प्रकाश डालते हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | डफ़, जेम्स कनिंघम ग्रांट |
dc.date.accessioned | 2018-07-26T05:42:15Z |
dc.date.available | 2018-07-26T05:42:15Z |
dc.description | ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने डफ़ द्वारा लिखित मराठों के इतिहास को दो खंडों में प्रकाशित किया है और यह दूसरा खंड है। वर्णन 1772 ई. से 1819 ई. तक की अवधि को सम्मिलित करता है। यह पुस्तक मराठों के आंतरिक राजनीतिक द्वंदों और ईस्ट इंडिया कंपनी सहित भारतीय उपमहाद्वीप के अन्य सत्तारूढ़ शासकों के साथ उनके संबंधों को दर्शाती है। यह इन शासकों के बीच महत्वपूर्ण गठबंधनों और युद्धों पर परिचर्चा करती है, जैसे कि मराठों और हैदराबाद के निज़ामों के बीच सत्ता के लिए की गई वार्ता और संघर्ष। डफ़ मराठों के संबंध में अंग्रेज़ों की नीतियों और निर्णयों पर भी प्रकाश डालते हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xxi, 573 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | Oxford University Press, London |
dc.subject | मराठे, डफ़, जेम्स ग्रांट, निज़ाम, पेशवा, हैदर अली, टीपू सुल्तान |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1921 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002810 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | डफ़, जेम्स कनिंघम ग्रांट |
dc.date.accessioned | 2018-07-26T05:42:15Z |
dc.date.available | 2018-07-26T05:42:15Z |
dc.description | ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने डफ़ द्वारा लिखित मराठों के इतिहास को दो खंडों में प्रकाशित किया है और यह दूसरा खंड है। वर्णन 1772 ई. से 1819 ई. तक की अवधि को सम्मिलित करता है। यह पुस्तक मराठों के आंतरिक राजनीतिक द्वंदों और ईस्ट इंडिया कंपनी सहित भारतीय उपमहाद्वीप के अन्य सत्तारूढ़ शासकों के साथ उनके संबंधों को दर्शाती है। यह इन शासकों के बीच महत्वपूर्ण गठबंधनों और युद्धों पर परिचर्चा करती है, जैसे कि मराठों और हैदराबाद के निज़ामों के बीच सत्ता के लिए की गई वार्ता और संघर्ष। डफ़ मराठों के संबंध में अंग्रेज़ों की नीतियों और निर्णयों पर भी प्रकाश डालते हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xxi, 573 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | Oxford University Press, London |
dc.subject | मराठे, डफ़, जेम्स ग्रांट, निज़ाम, पेशवा, हैदर अली, टीपू सुल्तान |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1921 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002810 |
dc.format.medium | text |