अ हिस्ट्री ऑफ़ द प्रेशस मेटल्स: फ़्रॉम द अरलिएस्ट टाइम्स टू द प्रेज़ेंट
Author: मार डेल, अलेक्ज़ेंडर
Keywords: कीमती धातुएँ, सोना, चाँदी, अलेक्ज़ेंडर डेल मार, खानें, खनन
Publisher: जॉर्ज बेल एंड संस, लंदन
Description: इस पुस्तक को चालीस अध्यायों में विभाजित किया गया है, जो दुनिया भर में पाई जाने वाली कीमती धातुओं के उपयोग और कार्यों का एक व्यापक विवरण प्रदान करती है। यह मुद्रा के लिए सोने और चाँदी जैसी धातुओं के सबसे प्रारंभिक उपयोग से आरंभ होती है। लेखक प्रारंभिक खानों, उसमें दासों के उपयोग, बाद की गतिविधियों, और खनन की तकनीकों के बारे में चर्चा करते हैं। पुस्तक में कीमती धातुओं के लिए देशों के बीच युद्धों और तनावों का भी उल्लेख है। अंतिम अध्याय में पुस्तक की विषय वस्तु का व्यापक निष्कर्ष शामिल है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | मार डेल, अलेक्ज़ेंडर |
dc.date.accessioned | 2017-05-02T13:14:31Z 2018-06-07T03:38:06Z |
dc.date.available | 2017-05-02T13:14:31Z 2018-06-07T03:38:06Z |
dc.description | इस पुस्तक को चालीस अध्यायों में विभाजित किया गया है, जो दुनिया भर में पाई जाने वाली कीमती धातुओं के उपयोग और कार्यों का एक व्यापक विवरण प्रदान करती है। यह मुद्रा के लिए सोने और चाँदी जैसी धातुओं के सबसे प्रारंभिक उपयोग से आरंभ होती है। लेखक प्रारंभिक खानों, उसमें दासों के उपयोग, बाद की गतिविधियों, और खनन की तकनीकों के बारे में चर्चा करते हैं। पुस्तक में कीमती धातुओं के लिए देशों के बीच युद्धों और तनावों का भी उल्लेख है। अंतिम अध्याय में पुस्तक की विषय वस्तु का व्यापक निष्कर्ष शामिल है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xx, 373p. |
dc.format.mimetype | |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | जॉर्ज बेल एंड संस, लंदन |
dc.subject | कीमती धातुएँ, सोना, चाँदी, अलेक्ज़ेंडर डेल मार, खानें, खनन |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1880 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000545 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | मार डेल, अलेक्ज़ेंडर |
dc.date.accessioned | 2017-05-02T13:14:31Z 2018-06-07T03:38:06Z |
dc.date.available | 2017-05-02T13:14:31Z 2018-06-07T03:38:06Z |
dc.description | इस पुस्तक को चालीस अध्यायों में विभाजित किया गया है, जो दुनिया भर में पाई जाने वाली कीमती धातुओं के उपयोग और कार्यों का एक व्यापक विवरण प्रदान करती है। यह मुद्रा के लिए सोने और चाँदी जैसी धातुओं के सबसे प्रारंभिक उपयोग से आरंभ होती है। लेखक प्रारंभिक खानों, उसमें दासों के उपयोग, बाद की गतिविधियों, और खनन की तकनीकों के बारे में चर्चा करते हैं। पुस्तक में कीमती धातुओं के लिए देशों के बीच युद्धों और तनावों का भी उल्लेख है। अंतिम अध्याय में पुस्तक की विषय वस्तु का व्यापक निष्कर्ष शामिल है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xx, 373p. |
dc.format.mimetype | |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | जॉर्ज बेल एंड संस, लंदन |
dc.subject | कीमती धातुएँ, सोना, चाँदी, अलेक्ज़ेंडर डेल मार, खानें, खनन |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1880 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000545 |
dc.format.medium | text |