हिस्ट्री ऑफ़ द सिख्स, कंटैनिंग एन अकाउंट ऑफ़ द वॉर बिटवीन द सिख्स एंड द ब्रिटिश इन 1845-46, वॉल II
Author: मैक्ग्रेगर, डब्ल्यू.एल.
Keywords: महाराजा रणजीत सिंह, महाराजा दलीप सिंह, सिख इतिहास, सिख युद्ध, ब्रिटिश
Publisher: जेम्स मैडेन, लंदन
Description: इस पुस्तक में 1845-46 में सिखों और अंग्रेजों के बीच हुए युद्धों की जानकारी दी गई है। इसे डब्ल्यू. एल. मैक्ग्रेगर ने वर्ष 1846 में लिखा था। यह पुस्तक महाराजा रणजीत सिंह की मृत्यु तथा उसके बाद शेर सिंह के राज्य और उनकी मृत्यु के बारे बात करते हुए शुरू होती है और इसमें वजीर राजा ध्यान सिंह का भी उल्लेख किया गया है। यह पुस्तक महाराजा दलीप सिंह द्वारा लाहौर के सिंहासन पर राज्यारोहण के बारे में भी प्रकाश डालती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | मैक्ग्रेगर, डब्ल्यू.एल. |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-31T07:37:15Z |
dc.date.available | 2018-07-31T07:37:15Z |
dc.description | इस पुस्तक में 1845-46 में सिखों और अंग्रेजों के बीच हुए युद्धों की जानकारी दी गई है। इसे डब्ल्यू. एल. मैक्ग्रेगर ने वर्ष 1846 में लिखा था। यह पुस्तक महाराजा रणजीत सिंह की मृत्यु तथा उसके बाद शेर सिंह के राज्य और उनकी मृत्यु के बारे बात करते हुए शुरू होती है और इसमें वजीर राजा ध्यान सिंह का भी उल्लेख किया गया है। यह पुस्तक महाराजा दलीप सिंह द्वारा लाहौर के सिंहासन पर राज्यारोहण के बारे में भी प्रकाश डालती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | vii, 374 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | जेम्स मैडेन, लंदन |
dc.subject | महाराजा रणजीत सिंह, महाराजा दलीप सिंह, सिख इतिहास, सिख युद्ध, ब्रिटिश |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1846 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002907 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | मैक्ग्रेगर, डब्ल्यू.एल. |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-31T07:37:15Z |
dc.date.available | 2018-07-31T07:37:15Z |
dc.description | इस पुस्तक में 1845-46 में सिखों और अंग्रेजों के बीच हुए युद्धों की जानकारी दी गई है। इसे डब्ल्यू. एल. मैक्ग्रेगर ने वर्ष 1846 में लिखा था। यह पुस्तक महाराजा रणजीत सिंह की मृत्यु तथा उसके बाद शेर सिंह के राज्य और उनकी मृत्यु के बारे बात करते हुए शुरू होती है और इसमें वजीर राजा ध्यान सिंह का भी उल्लेख किया गया है। यह पुस्तक महाराजा दलीप सिंह द्वारा लाहौर के सिंहासन पर राज्यारोहण के बारे में भी प्रकाश डालती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | vii, 374 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | जेम्स मैडेन, लंदन |
dc.subject | महाराजा रणजीत सिंह, महाराजा दलीप सिंह, सिख इतिहास, सिख युद्ध, ब्रिटिश |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1846 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002907 |
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