हिस्ट्री ऑफ़ इंडियन एंड ईस्टर्न आर्किटेक्चर
Author: फ़र्ग्यूसन, जेम्स
Keywords: वास्तुकला, भारतीय, पूर्वी, नृवंशविज्ञान, कला
Publisher: जॉन मरे, लंदन
Description: जेम्स फ़र्ग्यूसन द्वारा लिखित पुस्तक ‘हिस्ट्री ऑफ़ इंडियन एंड ईस्टर्न आर्किटेक्चर’, वर्ष 1910 में प्रकाशित हुई थी। पुस्तक को तीन भागों में विभाजित किया गया है। यह भारतीय वास्तुकला के परिचय के साथ शुरू होती है जिसके बाद कुछ तकनीकी सिद्धांत दिए गए हैं। अंततः, लेखक ने नृवंशविज्ञान के वास्तुशिल्पीय कला पर लागू होने के बारे में चर्चा की है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | फ़र्ग्यूसन, जेम्स |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-25T09:51:53Z |
dc.date.available | 2018-07-25T09:51:53Z |
dc.description | जेम्स फ़र्ग्यूसन द्वारा लिखित पुस्तक ‘हिस्ट्री ऑफ़ इंडियन एंड ईस्टर्न आर्किटेक्चर’, वर्ष 1910 में प्रकाशित हुई थी। पुस्तक को तीन भागों में विभाजित किया गया है। यह भारतीय वास्तुकला के परिचय के साथ शुरू होती है जिसके बाद कुछ तकनीकी सिद्धांत दिए गए हैं। अंततः, लेखक ने नृवंशविज्ञान के वास्तुशिल्पीय कला पर लागू होने के बारे में चर्चा की है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | v.i; 668p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | जॉन मरे, लंदन |
dc.subject | वास्तुकला, भारतीय, पूर्वी, नृवंशविज्ञान, कला |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1910 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001962 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | फ़र्ग्यूसन, जेम्स |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-25T09:51:53Z |
dc.date.available | 2018-07-25T09:51:53Z |
dc.description | जेम्स फ़र्ग्यूसन द्वारा लिखित पुस्तक ‘हिस्ट्री ऑफ़ इंडियन एंड ईस्टर्न आर्किटेक्चर’, वर्ष 1910 में प्रकाशित हुई थी। पुस्तक को तीन भागों में विभाजित किया गया है। यह भारतीय वास्तुकला के परिचय के साथ शुरू होती है जिसके बाद कुछ तकनीकी सिद्धांत दिए गए हैं। अंततः, लेखक ने नृवंशविज्ञान के वास्तुशिल्पीय कला पर लागू होने के बारे में चर्चा की है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | v.i; 668p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | जॉन मरे, लंदन |
dc.subject | वास्तुकला, भारतीय, पूर्वी, नृवंशविज्ञान, कला |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1910 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001962 |
dc.format.medium | text |