हिस्ट्री ऑफ़ मिडीवल इंडिया
Author: प्रसाद, ईश्वरी
Keywords: इतिहास, मध्यकालीन भारत, 647-1526 ई., राजा और विजय, मध्यकालीन इतिहास
Publisher: इंडियन प्रेस, इलाहाबाद
Description: ईश्वरी प्रसाद द्वारा लिखित ‘हिस्ट्री ऑफ़ मिडीवल इंडिया’ में एल.एफ़. रशब्रुक विलियम्स द्वारा लिखित प्रस्तावना सम्मिलित है। इस पुस्तक का उद्देश्य पाठक को 647-1526 ई. के दौरान मध्यकालीन भारत के इतिहास का सामान्य दृष्टिकोण प्रदान करना है। मध्यकालीन भारत का इतिहास केवल राजाओं, राजदरबारों, और विजयों का इतिवृत है तथा जैविक अथवा राष्ट्रीय विकास का इतिहास नहीं है। यह टिप्पणी उचित है यदि हम इतिहास के विषय-क्षेत्र को केवल, आधुनिक समय में प्रचलित, लोकप्रिय संस्थानों के विकास तक सीमित कर दें। परंतु बड़े पैमाने पर, इतिहास अपने विभिन्न पहलुओं में आदमी के जीवन से संबंधित है और इस अर्थ में मध्यकालीन भारत का इतिहास केवल राजदरबार की साज़िशों और महल के षड्यंत्रों की कहानी नहीं है, बल्कि विजय और प्रशासन तथा महान सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों का अभिलेख है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | प्रसाद, ईश्वरी |
dc.date.accessioned | 2017-05-18T11:00:19Z 2018-06-07T05:22:05Z |
dc.date.available | 2017-05-18T11:00:19Z 2018-06-07T05:22:05Z |
dc.description | ईश्वरी प्रसाद द्वारा लिखित ‘हिस्ट्री ऑफ़ मिडीवल इंडिया’ में एल.एफ़. रशब्रुक विलियम्स द्वारा लिखित प्रस्तावना सम्मिलित है। इस पुस्तक का उद्देश्य पाठक को 647-1526 ई. के दौरान मध्यकालीन भारत के इतिहास का सामान्य दृष्टिकोण प्रदान करना है। मध्यकालीन भारत का इतिहास केवल राजाओं, राजदरबारों, और विजयों का इतिवृत है तथा जैविक अथवा राष्ट्रीय विकास का इतिहास नहीं है। यह टिप्पणी उचित है यदि हम इतिहास के विषय-क्षेत्र को केवल, आधुनिक समय में प्रचलित, लोकप्रिय संस्थानों के विकास तक सीमित कर दें। परंतु बड़े पैमाने पर, इतिहास अपने विभिन्न पहलुओं में आदमी के जीवन से संबंधित है और इस अर्थ में मध्यकालीन भारत का इतिहास केवल राजदरबार की साज़िशों और महल के षड्यंत्रों की कहानी नहीं है, बल्कि विजय और प्रशासन तथा महान सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों का अभिलेख है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xxxv, 636p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | इंडियन प्रेस, इलाहाबाद |
dc.subject | इतिहास, मध्यकालीन भारत, 647-1526 ई., राजा और विजय, मध्यकालीन इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1927 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002703 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | प्रसाद, ईश्वरी |
dc.date.accessioned | 2017-05-18T11:00:19Z 2018-06-07T05:22:05Z |
dc.date.available | 2017-05-18T11:00:19Z 2018-06-07T05:22:05Z |
dc.description | ईश्वरी प्रसाद द्वारा लिखित ‘हिस्ट्री ऑफ़ मिडीवल इंडिया’ में एल.एफ़. रशब्रुक विलियम्स द्वारा लिखित प्रस्तावना सम्मिलित है। इस पुस्तक का उद्देश्य पाठक को 647-1526 ई. के दौरान मध्यकालीन भारत के इतिहास का सामान्य दृष्टिकोण प्रदान करना है। मध्यकालीन भारत का इतिहास केवल राजाओं, राजदरबारों, और विजयों का इतिवृत है तथा जैविक अथवा राष्ट्रीय विकास का इतिहास नहीं है। यह टिप्पणी उचित है यदि हम इतिहास के विषय-क्षेत्र को केवल, आधुनिक समय में प्रचलित, लोकप्रिय संस्थानों के विकास तक सीमित कर दें। परंतु बड़े पैमाने पर, इतिहास अपने विभिन्न पहलुओं में आदमी के जीवन से संबंधित है और इस अर्थ में मध्यकालीन भारत का इतिहास केवल राजदरबार की साज़िशों और महल के षड्यंत्रों की कहानी नहीं है, बल्कि विजय और प्रशासन तथा महान सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों का अभिलेख है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xxxv, 636p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | इंडियन प्रेस, इलाहाबाद |
dc.subject | इतिहास, मध्यकालीन भारत, 647-1526 ई., राजा और विजय, मध्यकालीन इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1927 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002703 |
dc.format.medium | text |