इकोनॉमिक्स ऑफ़ प्रोटेक्शन इन इंडिया
Author: काले, वी.जी.
Keywords: अर्थशास्त्र, वित्त, शुल्क, उत्पादन, वाणिज्यिक नीति, अंतरराष्ट्रीय व्यापार
Publisher: आर्यभूषण प्रेस, पूना
Description: लेखक भारत के सुरक्षात्मक शुल्कों का अध्ययन और बाज़ारों का विश्लेषण करने के लिए आर्थिक उत्पादन का आंकलन करते हैं। उन्होंने वस्तु के भौतिक और तकनीकी उत्पादन के अनुरेखण द्वारा राजस्व संबंधी सुरक्षा की मांग के पीछे के कारण को समझने का प्रयास किया है। सात अध्यायों के माध्यम से, उन्होंने व्यापार और लागत विश्लेषण पर भी चर्चा की है। यह अर्थशास्त्र के अग्रिम छात्रों और व्यावहारिक व्यवसायी वर्ग के लिए अभिप्रेत है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | काले, वी.जी. |
dc.date.accessioned | 2019-02-27T16:26:26Z |
dc.date.available | 2019-02-27T16:26:26Z |
dc.description | लेखक भारत के सुरक्षात्मक शुल्कों का अध्ययन और बाज़ारों का विश्लेषण करने के लिए आर्थिक उत्पादन का आंकलन करते हैं। उन्होंने वस्तु के भौतिक और तकनीकी उत्पादन के अनुरेखण द्वारा राजस्व संबंधी सुरक्षा की मांग के पीछे के कारण को समझने का प्रयास किया है। सात अध्यायों के माध्यम से, उन्होंने व्यापार और लागत विश्लेषण पर भी चर्चा की है। यह अर्थशास्त्र के अग्रिम छात्रों और व्यावहारिक व्यवसायी वर्ग के लिए अभिप्रेत है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 94 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | आर्यभूषण प्रेस, पूना |
dc.subject | अर्थशास्त्र, वित्त, शुल्क, उत्पादन, वाणिज्यिक नीति, अंतरराष्ट्रीय व्यापार |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1929 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000973 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | काले, वी.जी. |
dc.date.accessioned | 2019-02-27T16:26:26Z |
dc.date.available | 2019-02-27T16:26:26Z |
dc.description | लेखक भारत के सुरक्षात्मक शुल्कों का अध्ययन और बाज़ारों का विश्लेषण करने के लिए आर्थिक उत्पादन का आंकलन करते हैं। उन्होंने वस्तु के भौतिक और तकनीकी उत्पादन के अनुरेखण द्वारा राजस्व संबंधी सुरक्षा की मांग के पीछे के कारण को समझने का प्रयास किया है। सात अध्यायों के माध्यम से, उन्होंने व्यापार और लागत विश्लेषण पर भी चर्चा की है। यह अर्थशास्त्र के अग्रिम छात्रों और व्यावहारिक व्यवसायी वर्ग के लिए अभिप्रेत है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 94 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | आर्यभूषण प्रेस, पूना |
dc.subject | अर्थशास्त्र, वित्त, शुल्क, उत्पादन, वाणिज्यिक नीति, अंतरराष्ट्रीय व्यापार |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1929 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000973 |
dc.format.medium | text |