अ जर्नी फ़्रॉम मद्रास थ्रू द कंट्रीज़ ऑफ़ मैसूर, कनानरा एंड मालाबार, वॉल I
Author: बुकैनन, फ़्रांसिस
Keywords: फ़्रांसिस बुकैनन, मद्रास, कनारा, मैसूर, यात्रा, भूमि, फसलें, यात्राएँ
Publisher: टी, कैडल एंड डब्ल्यू. डेवीस, लंदन
Description: यह बुकैनन की यात्रा वृत्तांत का तीसरा और अंतिम खंड हैं और इसमें अध्याय 14 से अध्याय 20 तक शामिल हैं। यह कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें न केवल उन स्थानों की भौगोलिक सीमा का वर्णन किया गया है, जहाँ पर उन्होंने यात्रा की थी, बल्कि साथ ही उन जगहों में पाए जाने वाली भूमि के प्रकार, भूमि के उपयोग के विवरण, उगाई गई फसलों के प्रकार, भूमि स्वामित्व के स्वरूप, आदि, का भी वर्णन दिया गया है। इसके अलावा, इसमें उन स्थानों के निवासियों के आँकड़े भी शामिल है। अन्य क्षेत्रों सहित, इस खंड में मैसूर, मैंगलोर, और हैदराबाद के बारे में जानकारी भी शामिल है।
Source: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
DC Field | Value |
dc.contributor.author | बुकैनन, फ़्रांसिस |
dc.date.accessioned | 2019-10-22T07:48:47Z |
dc.date.available | 2019-10-22T07:48:47Z |
dc.description | यह बुकैनन की यात्रा वृत्तांत का तीसरा और अंतिम खंड हैं और इसमें अध्याय 14 से अध्याय 20 तक शामिल हैं। यह कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें न केवल उन स्थानों की भौगोलिक सीमा का वर्णन किया गया है, जहाँ पर उन्होंने यात्रा की थी, बल्कि साथ ही उन जगहों में पाए जाने वाली भूमि के प्रकार, भूमि के उपयोग के विवरण, उगाई गई फसलों के प्रकार, भूमि स्वामित्व के स्वरूप, आदि, का भी वर्णन दिया गया है। इसके अलावा, इसमें उन स्थानों के निवासियों के आँकड़े भी शामिल है। अन्य क्षेत्रों सहित, इस खंड में मैसूर, मैंगलोर, और हैदराबाद के बारे में जानकारी भी शामिल है। |
dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
dc.format.extent | 566 p. : xxi plates |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | टी, कैडल एंड डब्ल्यू. डेवीस, लंदन |
dc.subject | फ़्रांसिस बुकैनन, मद्रास, कनारा, मैसूर, यात्रा, भूमि, फसलें, यात्राएँ |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1807 |
dc.identifier.accessionnumber | 1309 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | बुकैनन, फ़्रांसिस |
dc.date.accessioned | 2019-10-22T07:48:47Z |
dc.date.available | 2019-10-22T07:48:47Z |
dc.description | यह बुकैनन की यात्रा वृत्तांत का तीसरा और अंतिम खंड हैं और इसमें अध्याय 14 से अध्याय 20 तक शामिल हैं। यह कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें न केवल उन स्थानों की भौगोलिक सीमा का वर्णन किया गया है, जहाँ पर उन्होंने यात्रा की थी, बल्कि साथ ही उन जगहों में पाए जाने वाली भूमि के प्रकार, भूमि के उपयोग के विवरण, उगाई गई फसलों के प्रकार, भूमि स्वामित्व के स्वरूप, आदि, का भी वर्णन दिया गया है। इसके अलावा, इसमें उन स्थानों के निवासियों के आँकड़े भी शामिल है। अन्य क्षेत्रों सहित, इस खंड में मैसूर, मैंगलोर, और हैदराबाद के बारे में जानकारी भी शामिल है। |
dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
dc.format.extent | 566 p. : xxi plates |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | टी, कैडल एंड डब्ल्यू. डेवीस, लंदन |
dc.subject | फ़्रांसिस बुकैनन, मद्रास, कनारा, मैसूर, यात्रा, भूमि, फसलें, यात्राएँ |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1807 |
dc.identifier.accessionnumber | 1309 |
dc.format.medium | text |