कास्ट एंड आउटकास्ट
Author: धन गोपाल मुख़र्जी
Keywords: भारत में जाति प्रथा, ब्रिटिश भारत की सामाजिक स्थिति
Issue Date: 1923
Publisher: न्यूयॉर्क, ई.पी. डट्टन
Description: यह पुस्तक धन गोपाल मुख़र्जी द्वारा आत्मकथात्मक वर्णन का एक कार्य है। इसमें दो भाग सम्मिलित हैं जिनमें भारत और अमरीका में मुख़र्जी के जीवन के अलग-अलग प्रकरण हैं। पहला भाग कलकत्ता के बाह्य क्षेत्र के एक गाँव में ब्राह्मण परिवार में उनके बचपन से शुरू होता है। यह जाति प्रथा और ब्राह्मणों के वर्चस्व के औचित्य के प्रति उनके विश्वास को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है। पुस्तक का दूसरा भाग अमरीका में मुख़र्जी के जीवन का वर्णन करता है और अमरीका के पूँजीवादी राज्य के रूप में उनकी पूर्व धारणाओं का विवरण करता है। यह भाग घरेलू सेवक और कृषि मज़दूर के रूप में कैलिफ़ोर्निया में रहते हुए अपने समाजवादी और अराजकतावादी दोस्तों के साथ मुख़र्जी की दोस्ती का एक जीवंत विवरण भी प्रस्तुत करता है।
Type: तकनीकी रिपोर्ट
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | धन गोपाल मुख़र्जी |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:11:11Z 2018-05-31T01:02:32Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:11:11Z 2018-05-31T01:02:32Z |
dc.description | यह पुस्तक धन गोपाल मुख़र्जी द्वारा आत्मकथात्मक वर्णन का एक कार्य है। इसमें दो भाग सम्मिलित हैं जिनमें भारत और अमरीका में मुख़र्जी के जीवन के अलग-अलग प्रकरण हैं। पहला भाग कलकत्ता के बाह्य क्षेत्र के एक गाँव में ब्राह्मण परिवार में उनके बचपन से शुरू होता है। यह जाति प्रथा और ब्राह्मणों के वर्चस्व के औचित्य के प्रति उनके विश्वास को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है। पुस्तक का दूसरा भाग अमरीका में मुख़र्जी के जीवन का वर्णन करता है और अमरीका के पूँजीवादी राज्य के रूप में उनकी पूर्व धारणाओं का विवरण करता है। यह भाग घरेलू सेवक और कृषि मज़दूर के रूप में कैलिफ़ोर्निया में रहते हुए अपने समाजवादी और अराजकतावादी दोस्तों के साथ मुख़र्जी की दोस्ती का एक जीवंत विवरण भी प्रस्तुत करता है। |
dc.date.issued | 1923 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 8227554 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | न्यूयॉर्क, ई.पी. डट्टन |
dc.relation.ispartofseries | B MUK-C MUK-C |
dc.subject | भारत में जाति प्रथा, ब्रिटिश भारत की सामाजिक स्थिति |
dc.type | तकनीकी रिपोर्ट |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | धन गोपाल मुख़र्जी |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:11:11Z 2018-05-31T01:02:32Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:11:11Z 2018-05-31T01:02:32Z |
dc.description | यह पुस्तक धन गोपाल मुख़र्जी द्वारा आत्मकथात्मक वर्णन का एक कार्य है। इसमें दो भाग सम्मिलित हैं जिनमें भारत और अमरीका में मुख़र्जी के जीवन के अलग-अलग प्रकरण हैं। पहला भाग कलकत्ता के बाह्य क्षेत्र के एक गाँव में ब्राह्मण परिवार में उनके बचपन से शुरू होता है। यह जाति प्रथा और ब्राह्मणों के वर्चस्व के औचित्य के प्रति उनके विश्वास को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है। पुस्तक का दूसरा भाग अमरीका में मुख़र्जी के जीवन का वर्णन करता है और अमरीका के पूँजीवादी राज्य के रूप में उनकी पूर्व धारणाओं का विवरण करता है। यह भाग घरेलू सेवक और कृषि मज़दूर के रूप में कैलिफ़ोर्निया में रहते हुए अपने समाजवादी और अराजकतावादी दोस्तों के साथ मुख़र्जी की दोस्ती का एक जीवंत विवरण भी प्रस्तुत करता है। |
dc.date.issued | 1923 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 8227554 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | न्यूयॉर्क, ई.पी. डट्टन |
dc.relation.ispartofseries | B MUK-C MUK-C |
dc.subject | भारत में जाति प्रथा, ब्रिटिश भारत की सामाजिक स्थिति |
dc.type | तकनीकी रिपोर्ट |