कमेमरेटिव एसेज़
Author: भंडारकर, रामकृष्ण गोपाल
Keywords: श्री राम कृष्ण गोपाल भंडारकर, प्राच्य विद्वान, वेद और पुराण
Publisher: भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट, पूना
Description: 'कमेमरेटिव एसेज़’ भारतीय विद्वान, प्राच्यविद् और समाज सुधारक श्री राम कृष्ण गोपाल भंडारकर को प्रस्तुत निबंधों का एक संग्रह है। निबंधों का यह खंड उनके दोस्तों, विद्यार्थियों और विभिन्न देशों के प्रशंसकों द्वारा लिखा गया है और यह श्री राम कृष्ण गोपाल भंडारकर के प्रति सम्मान और स्नेह के प्रतीक के रूप में समर्पित है। यह संग्रह शुरुआत में वेदों और पुरातनता के बारे में बात करता है। इसके बाद इसमें महाकाव्य और पुराण; पाली, बौद्ध और जैन धर्म; इतिहास और पुरातत्व; व्याकरण और भाषाशास्त्र; काव्य और अलंकार और तकनीकी विज्ञान शामिल हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | भंडारकर, रामकृष्ण गोपाल |
dc.date.accessioned | 2019-02-20T15:43:16Z |
dc.date.available | 2019-02-20T15:43:16Z |
dc.description | 'कमेमरेटिव एसेज़’ भारतीय विद्वान, प्राच्यविद् और समाज सुधारक श्री राम कृष्ण गोपाल भंडारकर को प्रस्तुत निबंधों का एक संग्रह है। निबंधों का यह खंड उनके दोस्तों, विद्यार्थियों और विभिन्न देशों के प्रशंसकों द्वारा लिखा गया है और यह श्री राम कृष्ण गोपाल भंडारकर के प्रति सम्मान और स्नेह के प्रतीक के रूप में समर्पित है। यह संग्रह शुरुआत में वेदों और पुरातनता के बारे में बात करता है। इसके बाद इसमें महाकाव्य और पुराण; पाली, बौद्ध और जैन धर्म; इतिहास और पुरातत्व; व्याकरण और भाषाशास्त्र; काव्य और अलंकार और तकनीकी विज्ञान शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | viii, 455p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट, पूना |
dc.subject | श्री राम कृष्ण गोपाल भंडारकर, प्राच्य विद्वान, वेद और पुराण |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1917 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003410 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | भंडारकर, रामकृष्ण गोपाल |
dc.date.accessioned | 2019-02-20T15:43:16Z |
dc.date.available | 2019-02-20T15:43:16Z |
dc.description | 'कमेमरेटिव एसेज़’ भारतीय विद्वान, प्राच्यविद् और समाज सुधारक श्री राम कृष्ण गोपाल भंडारकर को प्रस्तुत निबंधों का एक संग्रह है। निबंधों का यह खंड उनके दोस्तों, विद्यार्थियों और विभिन्न देशों के प्रशंसकों द्वारा लिखा गया है और यह श्री राम कृष्ण गोपाल भंडारकर के प्रति सम्मान और स्नेह के प्रतीक के रूप में समर्पित है। यह संग्रह शुरुआत में वेदों और पुरातनता के बारे में बात करता है। इसके बाद इसमें महाकाव्य और पुराण; पाली, बौद्ध और जैन धर्म; इतिहास और पुरातत्व; व्याकरण और भाषाशास्त्र; काव्य और अलंकार और तकनीकी विज्ञान शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | viii, 455p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट, पूना |
dc.subject | श्री राम कृष्ण गोपाल भंडारकर, प्राच्य विद्वान, वेद और पुराण |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1917 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003410 |
dc.format.medium | text |