अ कॉम्पेंडियम ऑफ़ द कास्ट्स एंड ट्राइब्स फ़ाउंड इन इंडिया
Author: किट्स, यूस्टेस जे.
Keywords: जातियाँ, जनजातियाँ, जनगणना, औपनिवेशिक इतिहास, औपनिवेशिक भारत, नृविज्ञान, समाजशास्त्र, व्यवसाय
Publisher: एजुकेशन सोसायटीज़ प्रेस, बॉम्बे
Description: यह 1881 की जनगणना रिपोर्टों के आधार पर औपनिवेशिक भारत की जातियों और जनजातियों का एक संकलन है। परिचय के बाद, पुस्तक को महत्वपूर्ण जातियों और जनजातियों, छोटी जातियों और जनजातियों, और इन जातियों और जनजातियों के समानार्थक शब्दों और उप-खंडों को सूचिबद्ध करते हुए भागों में विभाजित किया गया है। आगे का भाग इन जातियों और जनजातियों को उनकी संख्या, व्यवसायों और भाषाई विशेषताओं द्वारा व्यवस्थित करता है, और बड़ी जातियों और जनजातियों का फैलाव देता है। पुस्तक का उद्देश्य भारत में जाति व्यवस्था के साथ-साथ उसकी जटिलता को समझने के लिए एक विहंगम दृश्य प्रस्तुत करना था।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | किट्स, यूस्टेस जे. |
dc.date.accessioned | 2019-02-23T13:44:52Z |
dc.date.available | 2019-02-23T13:44:52Z |
dc.description | यह 1881 की जनगणना रिपोर्टों के आधार पर औपनिवेशिक भारत की जातियों और जनजातियों का एक संकलन है। परिचय के बाद, पुस्तक को महत्वपूर्ण जातियों और जनजातियों, छोटी जातियों और जनजातियों, और इन जातियों और जनजातियों के समानार्थक शब्दों और उप-खंडों को सूचिबद्ध करते हुए भागों में विभाजित किया गया है। आगे का भाग इन जातियों और जनजातियों को उनकी संख्या, व्यवसायों और भाषाई विशेषताओं द्वारा व्यवस्थित करता है, और बड़ी जातियों और जनजातियों का फैलाव देता है। पुस्तक का उद्देश्य भारत में जाति व्यवस्था के साथ-साथ उसकी जटिलता को समझने के लिए एक विहंगम दृश्य प्रस्तुत करना था। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xi, 90p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | एजुकेशन सोसायटीज़ प्रेस, बॉम्बे |
dc.subject | जातियाँ, जनजातियाँ, जनगणना, औपनिवेशिक इतिहास, औपनिवेशिक भारत, नृविज्ञान, समाजशास्त्र, व्यवसाय |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1885 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001736 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | किट्स, यूस्टेस जे. |
dc.date.accessioned | 2019-02-23T13:44:52Z |
dc.date.available | 2019-02-23T13:44:52Z |
dc.description | यह 1881 की जनगणना रिपोर्टों के आधार पर औपनिवेशिक भारत की जातियों और जनजातियों का एक संकलन है। परिचय के बाद, पुस्तक को महत्वपूर्ण जातियों और जनजातियों, छोटी जातियों और जनजातियों, और इन जातियों और जनजातियों के समानार्थक शब्दों और उप-खंडों को सूचिबद्ध करते हुए भागों में विभाजित किया गया है। आगे का भाग इन जातियों और जनजातियों को उनकी संख्या, व्यवसायों और भाषाई विशेषताओं द्वारा व्यवस्थित करता है, और बड़ी जातियों और जनजातियों का फैलाव देता है। पुस्तक का उद्देश्य भारत में जाति व्यवस्था के साथ-साथ उसकी जटिलता को समझने के लिए एक विहंगम दृश्य प्रस्तुत करना था। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xi, 90p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | एजुकेशन सोसायटीज़ प्रेस, बॉम्बे |
dc.subject | जातियाँ, जनजातियाँ, जनगणना, औपनिवेशिक इतिहास, औपनिवेशिक भारत, नृविज्ञान, समाजशास्त्र, व्यवसाय |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1885 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001736 |
dc.format.medium | text |