कॉरेस्पॉनडेंस रिस्पेक्टिंग द अडॉप्शन एंड सक्सेशन टू द अहमदनगर चीफ़शिप
Keywords: पत्राचार, अहमदनगर, जोधपुर, महाराजा तख़्त सिंह, भारत में ब्रिटिश
Publisher: विदेश कार्यालय प्रेस, कलकत्ता
Description: यह ब्रिटिश सरकार के अधिकारियों जैसे कि गुजरात के राजनीतिक आयुक्त, बंबई सरकार के सचिव, राजपूताना राज्यों के गवर्नर-जनरल के प्रतिनिधि और अन्य के बीच पत्राचार की एक महत्वपूर्ण श्रृंखला है। इन पत्रों में अहमदनगर के महाराजा तख़्त सिंह के जोधपुर के सिंहासन पर बैठने और तत्पश्चात अहमदनगर में सत्ता की गद्दी कौन ग्रहण करेगा, इन विषयों पर क्रमशः चर्चा और महत्वपूर्ण निर्णय सम्मिलित है। यह पत्र 1840 के दशक के हैं। पुस्तक में, उसी समय के अन्य दस्तावेज़, जैसे बैठकों के विवरण और इस तरह के अन्य दस्तावेज़, शामिल हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor | Political Department |
dc.date.accessioned | 2019-03-12T17:18:56Z |
dc.date.available | 2019-03-12T17:18:56Z |
dc.description | यह ब्रिटिश सरकार के अधिकारियों जैसे कि गुजरात के राजनीतिक आयुक्त, बंबई सरकार के सचिव, राजपूताना राज्यों के गवर्नर-जनरल के प्रतिनिधि और अन्य के बीच पत्राचार की एक महत्वपूर्ण श्रृंखला है। इन पत्रों में अहमदनगर के महाराजा तख़्त सिंह के जोधपुर के सिंहासन पर बैठने और तत्पश्चात अहमदनगर में सत्ता की गद्दी कौन ग्रहण करेगा, इन विषयों पर क्रमशः चर्चा और महत्वपूर्ण निर्णय सम्मिलित है। यह पत्र 1840 के दशक के हैं। पुस्तक में, उसी समय के अन्य दस्तावेज़, जैसे बैठकों के विवरण और इस तरह के अन्य दस्तावेज़, शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 382 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | विदेश कार्यालय प्रेस, कलकत्ता |
dc.subject | पत्राचार, अहमदनगर, जोधपुर, महाराजा तख़्त सिंह, भारत में ब्रिटिश |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1866 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-005085 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor | Political Department |
dc.date.accessioned | 2019-03-12T17:18:56Z |
dc.date.available | 2019-03-12T17:18:56Z |
dc.description | यह ब्रिटिश सरकार के अधिकारियों जैसे कि गुजरात के राजनीतिक आयुक्त, बंबई सरकार के सचिव, राजपूताना राज्यों के गवर्नर-जनरल के प्रतिनिधि और अन्य के बीच पत्राचार की एक महत्वपूर्ण श्रृंखला है। इन पत्रों में अहमदनगर के महाराजा तख़्त सिंह के जोधपुर के सिंहासन पर बैठने और तत्पश्चात अहमदनगर में सत्ता की गद्दी कौन ग्रहण करेगा, इन विषयों पर क्रमशः चर्चा और महत्वपूर्ण निर्णय सम्मिलित है। यह पत्र 1840 के दशक के हैं। पुस्तक में, उसी समय के अन्य दस्तावेज़, जैसे बैठकों के विवरण और इस तरह के अन्य दस्तावेज़, शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 382 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | विदेश कार्यालय प्रेस, कलकत्ता |
dc.subject | पत्राचार, अहमदनगर, जोधपुर, महाराजा तख़्त सिंह, भारत में ब्रिटिश |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1866 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-005085 |
dc.format.medium | text |