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कॉस्मिक कॉन्शसनेस ऑर द वेदांतिक आइडिया ऑफ़ रियलाइज़ेशन ऑर मुक्ति (इन द लाइट ऑफ़ मॉडर्न सायकॉलॉजी)

Author: एम.सी. ननजुंदा राव

Keywords: वेदांत का विचार, श्री रामकृष्ण परमहंस, लौकिक चेतना, मुक्ति, एम.सी ननजुंदा राव

Issue Date: 1909

Publisher: मद्रास, जी.ए. नटेशन एंड को.

Description: यह पुस्तक श्री रामकृष्ण परमहंस की 76वीं जयंती पर लेखक द्वारा पढ़े गए एक शोध पत्र पर आधारित है। यह 'आधुनिक मनोविज्ञान’ के प्रकाश में वेदांत के 'मुक्ति' के विचार पर चर्चा करती है। पुस्तक यह दर्शाने का प्रयास करती है कि 'लौकिक चेतना' या मुक्ति’ की प्राप्ति सभी महान धर्मों के शिक्षण का मूल सत्य है। इस प्रकार, लेखक का मानना ​​है कि यह अटल सत्य 'भारत में समग्र राष्ट्रीयता' बनाने के लिए सामान्य मंच प्रदान करेगा। कृति इसी रूप रेखा पर श्री रामकृष्ण के सिद्धांतों की चर्चा करती है।

Type: तकनीकी रिपोर्ट

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author एम.सी. ननजुंदा राव
dc.date.accessioned 2006-11-15T08:24:52Z
2018-05-31T01:03:03Z
dc.date.available 2006-11-15T08:24:52Z
2018-05-31T01:03:03Z
dc.description यह पुस्तक श्री रामकृष्ण परमहंस की 76वीं जयंती पर लेखक द्वारा पढ़े गए एक शोध पत्र पर आधारित है। यह 'आधुनिक मनोविज्ञान’ के प्रकाश में वेदांत के 'मुक्ति' के विचार पर चर्चा करती है। पुस्तक यह दर्शाने का प्रयास करती है कि 'लौकिक चेतना' या मुक्ति’ की प्राप्ति सभी महान धर्मों के शिक्षण का मूल सत्य है। इस प्रकार, लेखक का मानना ​​है कि यह अटल सत्य 'भारत में समग्र राष्ट्रीयता' बनाने के लिए सामान्य मंच प्रदान करेगा। कृति इसी रूप रेखा पर श्री रामकृष्ण के सिद्धांतों की चर्चा करती है।
dc.date.issued 1909
dc.description.sponsorship Delhi Superintendent Government of India
dc.format.extent 9910288 bytes1832 bytes
dc.format.mimetype application/pdfapplication/pdftext/plain
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher मद्रास, जी.ए. नटेशन एंड को.
dc.relation.ispartofseries 181.4 ROW-C
dc.subject वेदांत का विचार, श्री रामकृष्ण परमहंस, लौकिक चेतना, मुक्ति, एम.सी ननजुंदा राव
dc.type तकनीकी रिपोर्ट
DC Field Value
dc.contributor.author एम.सी. ननजुंदा राव
dc.date.accessioned 2006-11-15T08:24:52Z
2018-05-31T01:03:03Z
dc.date.available 2006-11-15T08:24:52Z
2018-05-31T01:03:03Z
dc.description यह पुस्तक श्री रामकृष्ण परमहंस की 76वीं जयंती पर लेखक द्वारा पढ़े गए एक शोध पत्र पर आधारित है। यह 'आधुनिक मनोविज्ञान’ के प्रकाश में वेदांत के 'मुक्ति' के विचार पर चर्चा करती है। पुस्तक यह दर्शाने का प्रयास करती है कि 'लौकिक चेतना' या मुक्ति’ की प्राप्ति सभी महान धर्मों के शिक्षण का मूल सत्य है। इस प्रकार, लेखक का मानना ​​है कि यह अटल सत्य 'भारत में समग्र राष्ट्रीयता' बनाने के लिए सामान्य मंच प्रदान करेगा। कृति इसी रूप रेखा पर श्री रामकृष्ण के सिद्धांतों की चर्चा करती है।
dc.date.issued 1909
dc.description.sponsorship Delhi Superintendent Government of India
dc.format.extent 9910288 bytes1832 bytes
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dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher मद्रास, जी.ए. नटेशन एंड को.
dc.relation.ispartofseries 181.4 ROW-C
dc.subject वेदांत का विचार, श्री रामकृष्ण परमहंस, लौकिक चेतना, मुक्ति, एम.सी ननजुंदा राव
dc.type तकनीकी रिपोर्ट