ऑन. पंडित मदन मोहन मालवीय: हिज़ लाइफ़ एंड स्पीचेस
Author: मालवीय, मदन मोहन
Keywords: पंडित मदन मोहन मालवीय, जीवन, भाषण, इलाहाबाद
Publisher: गणेश, मद्रास
Description: यह पुस्तक पंडित मदन मोहन मालवीय के जीवन के बारे में है और यह विशेष रूप से उनके भाषणों से संबंधित है। यह वर्ष 1919 में प्रकाशित हुई थी। पंडित मदन मोहन मालवीय के भाषण मात्र एकत्रित किए गए शब्द नहीं हैं। ये भाषण एक प्रकार से उनके जीवन के अनंत सत्य के भाव से उत्पन्न फल और फूल हैं, जिनमें उनके चरित्र की सरलता और आत्मनियंत्रण, तथ्यों के निष्कपट अध्ययन में रत उनकी बुद्धि और उन तथ्यों की निष्पक्ष और न्यायोचित प्रस्तुति निहित है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | मालवीय, मदन मोहन |
dc.date.accessioned | 2017-05-25T06:17:15Z 2018-06-07T04:02:02Z |
dc.date.available | 2017-05-25T06:17:15Z 2018-06-07T04:02:02Z |
dc.description | यह पुस्तक पंडित मदन मोहन मालवीय के जीवन के बारे में है और यह विशेष रूप से उनके भाषणों से संबंधित है। यह वर्ष 1919 में प्रकाशित हुई थी। पंडित मदन मोहन मालवीय के भाषण मात्र एकत्रित किए गए शब्द नहीं हैं। ये भाषण एक प्रकार से उनके जीवन के अनंत सत्य के भाव से उत्पन्न फल और फूल हैं, जिनमें उनके चरित्र की सरलता और आत्मनियंत्रण, तथ्यों के निष्कपट अध्ययन में रत उनकी बुद्धि और उन तथ्यों की निष्पक्ष और न्यायोचित प्रस्तुति निहित है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 714p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | गणेश, मद्रास |
dc.subject | पंडित मदन मोहन मालवीय, जीवन, भाषण, इलाहाबाद |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1919 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003634 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | मालवीय, मदन मोहन |
dc.date.accessioned | 2017-05-25T06:17:15Z 2018-06-07T04:02:02Z |
dc.date.available | 2017-05-25T06:17:15Z 2018-06-07T04:02:02Z |
dc.description | यह पुस्तक पंडित मदन मोहन मालवीय के जीवन के बारे में है और यह विशेष रूप से उनके भाषणों से संबंधित है। यह वर्ष 1919 में प्रकाशित हुई थी। पंडित मदन मोहन मालवीय के भाषण मात्र एकत्रित किए गए शब्द नहीं हैं। ये भाषण एक प्रकार से उनके जीवन के अनंत सत्य के भाव से उत्पन्न फल और फूल हैं, जिनमें उनके चरित्र की सरलता और आत्मनियंत्रण, तथ्यों के निष्कपट अध्ययन में रत उनकी बुद्धि और उन तथ्यों की निष्पक्ष और न्यायोचित प्रस्तुति निहित है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 714p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | गणेश, मद्रास |
dc.subject | पंडित मदन मोहन मालवीय, जीवन, भाषण, इलाहाबाद |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1919 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003634 |
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