सेंटेनरी रिव्यु ऑफ़ द एशियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल फ़्रॉम 1784 टू 1883, पार्ट I
Author: राजेंद्रलाला मित्रा
Keywords: बंगाल एशियाटिक सोसाइटी, शताब्दी
Issue Date: 1885
Publisher: कलकत्ता, एशियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल
Description: यह काम बंगाल एशियाटिक सोसाइटी की शताब्दी का उत्सव मनाता है और ज्ञानमीमांसीय एवं विद्वतापूर्ण ज्ञानक्षेत्र में इसकी उपलब्धियों तथा योगदान का कीर्तिगान करता है। इसमें संस्थान से संबंधित रहे कुछ महत्वपूर्ण क्षमता एवं हैसियत वाले विभिन्न प्रतिष्ठित व्यक्तियों के लेखों का संकलन भी है। यह कार्य सोसाइटी के इतिहास, इसके द्वारा उत्पादित विद्वत्तापूर्ण कार्यों और इसके 100 वर्षों के कार्यकाल में इसने जिन ज्ञानक्षेत्रों को आकार देने में मदद की, इनसे संबंधित जानकारी एकत्रित करता है।
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | राजेंद्रलाला मित्रा |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:26:40Z 2018-05-31T01:03:42Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:26:40Z 2018-05-31T01:03:42Z |
dc.description | यह काम बंगाल एशियाटिक सोसाइटी की शताब्दी का उत्सव मनाता है और ज्ञानमीमांसीय एवं विद्वतापूर्ण ज्ञानक्षेत्र में इसकी उपलब्धियों तथा योगदान का कीर्तिगान करता है। इसमें संस्थान से संबंधित रहे कुछ महत्वपूर्ण क्षमता एवं हैसियत वाले विभिन्न प्रतिष्ठित व्यक्तियों के लेखों का संकलन भी है। यह कार्य सोसाइटी के इतिहास, इसके द्वारा उत्पादित विद्वत्तापूर्ण कार्यों और इसके 100 वर्षों के कार्यकाल में इसने जिन ज्ञानक्षेत्रों को आकार देने में मदद की, इनसे संबंधित जानकारी एकत्रित करता है। |
dc.date.issued | 1885 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 30499492 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कलकत्ता, एशियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल |
dc.relation.ispartofseries | 068.54 CEN |
dc.subject | बंगाल एशियाटिक सोसाइटी, शताब्दी |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | राजेंद्रलाला मित्रा |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:26:40Z 2018-05-31T01:03:42Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:26:40Z 2018-05-31T01:03:42Z |
dc.description | यह काम बंगाल एशियाटिक सोसाइटी की शताब्दी का उत्सव मनाता है और ज्ञानमीमांसीय एवं विद्वतापूर्ण ज्ञानक्षेत्र में इसकी उपलब्धियों तथा योगदान का कीर्तिगान करता है। इसमें संस्थान से संबंधित रहे कुछ महत्वपूर्ण क्षमता एवं हैसियत वाले विभिन्न प्रतिष्ठित व्यक्तियों के लेखों का संकलन भी है। यह कार्य सोसाइटी के इतिहास, इसके द्वारा उत्पादित विद्वत्तापूर्ण कार्यों और इसके 100 वर्षों के कार्यकाल में इसने जिन ज्ञानक्षेत्रों को आकार देने में मदद की, इनसे संबंधित जानकारी एकत्रित करता है। |
dc.date.issued | 1885 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 30499492 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कलकत्ता, एशियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल |
dc.relation.ispartofseries | 068.54 CEN |
dc.subject | बंगाल एशियाटिक सोसाइटी, शताब्दी |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |