सीलोन इन 1893 डिसक्राइबिंग द प्रोग्रेस ऑफ़ द आइलैंड सिंस 1803, इट्स प्रेज़ेंट एग्रीकल्चरल एंड कमर्शियल इंटरप्राइजेज़ एंड इट्स अनइक्वलड अट्रैक्शंस टू विज़िटर्स
Author: फ़र्ग्यूसन, जॉन
Keywords: सीलोन, श्रीलंका, कृषि, वाणिज्य, पर्यटन
Publisher: जॉन हडन, लंदन
Description: यह कार्य 1803 के बाद से कृषि, वाणिज्य और पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सीलोन (श्रीलंका) की संवृद्धि और उसके विकास पर केंद्रित है। यह समय और स्थान के माध्यम से इन क्षेत्रों के विकास का पता लगाता है। इस काम की एक विशेष विषय-वस्तु रोपण उद्योग के बारे में चर्चा करती है। यद्यपि इसकी अति महत्वपूर्ण विषय-वस्तु अर्थव्यवस्था ही है, इसमें इतिहास, धर्म और सामाजिक प्रथाओं के बारे में भी प्रसंगवश चर्चा की गई है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | फ़र्ग्यूसन, जॉन |
dc.date.accessioned | 2017-06-12T11:26:49Z 2018-06-07T06:01:52Z |
dc.date.available | 2017-06-12T11:26:49Z 2018-06-07T06:01:52Z |
dc.description | यह कार्य 1803 के बाद से कृषि, वाणिज्य और पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सीलोन (श्रीलंका) की संवृद्धि और उसके विकास पर केंद्रित है। यह समय और स्थान के माध्यम से इन क्षेत्रों के विकास का पता लगाता है। इस काम की एक विशेष विषय-वस्तु रोपण उद्योग के बारे में चर्चा करती है। यद्यपि इसकी अति महत्वपूर्ण विषय-वस्तु अर्थव्यवस्था ही है, इसमें इतिहास, धर्म और सामाजिक प्रथाओं के बारे में भी प्रसंगवश चर्चा की गई है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xv, 491p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | जॉन हडन, लंदन |
dc.subject | सीलोन, श्रीलंका, कृषि, वाणिज्य, पर्यटन |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1893 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004965 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | फ़र्ग्यूसन, जॉन |
dc.date.accessioned | 2017-06-12T11:26:49Z 2018-06-07T06:01:52Z |
dc.date.available | 2017-06-12T11:26:49Z 2018-06-07T06:01:52Z |
dc.description | यह कार्य 1803 के बाद से कृषि, वाणिज्य और पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सीलोन (श्रीलंका) की संवृद्धि और उसके विकास पर केंद्रित है। यह समय और स्थान के माध्यम से इन क्षेत्रों के विकास का पता लगाता है। इस काम की एक विशेष विषय-वस्तु रोपण उद्योग के बारे में चर्चा करती है। यद्यपि इसकी अति महत्वपूर्ण विषय-वस्तु अर्थव्यवस्था ही है, इसमें इतिहास, धर्म और सामाजिक प्रथाओं के बारे में भी प्रसंगवश चर्चा की गई है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xv, 491p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | जॉन हडन, लंदन |
dc.subject | सीलोन, श्रीलंका, कृषि, वाणिज्य, पर्यटन |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1893 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004965 |
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