अ सिम्प्लिफ़ाइड ग्रामर ऑफ़ द गुजराती लैंग्वेज, टूगेदर विथ अ शॉर्ट रीडिंग एंड वोकैब्युलरी
Author: टिसडल, क्लेयर
Editor: Rosted, Reinhold
Keywords: व्याकरण, शब्दावली, गुजराती, भाषा, गुजराती व्याकरण, पठन
Publisher: कीगन पॉल, लंदन
Description: यह पुस्तक प्रमुख एशियाई और यूरोपीय भाषाओं पर सरलीकृत व्याकरणों के ट्रबनर के संग्रह का एक हिस्सा है। यह विशेष पुस्तक गुजराती भाषा का एक सरलीकृत व्याकरण देती है। लेखक ने अनुभव किया कि प्रकाशन के समय, गुजराती पर अंग्रेज़ी कार्यों की कमी थी और यह पुस्तक इस प्रकार इस भाषा के विद्यार्थियों के लिए इस कमी को पूरा करेगी। इसमें पठन पाठन सम्मिलित हैं और गुजराती व्याकरण के तत्व जैसे कि वर्णमाला, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, अंक और शब्द और वाक्य रचना के नियम सम्मिलित हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | टिसडल, क्लेयर |
dc.contributor.editor | Rosted, Reinhold |
dc.date.accessioned | 2017-05-11T08:05:48Z 2018-06-07T03:17:16Z |
dc.date.available | 2017-05-11T08:05:48Z 2018-06-07T03:17:16Z |
dc.description | यह पुस्तक प्रमुख एशियाई और यूरोपीय भाषाओं पर सरलीकृत व्याकरणों के ट्रबनर के संग्रह का एक हिस्सा है। यह विशेष पुस्तक गुजराती भाषा का एक सरलीकृत व्याकरण देती है। लेखक ने अनुभव किया कि प्रकाशन के समय, गुजराती पर अंग्रेज़ी कार्यों की कमी थी और यह पुस्तक इस प्रकार इस भाषा के विद्यार्थियों के लिए इस कमी को पूरा करेगी। इसमें पठन पाठन सम्मिलित हैं और गुजराती व्याकरण के तत्व जैसे कि वर्णमाला, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, अंक और शब्द और वाक्य रचना के नियम सम्मिलित हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 189p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | गुजराती, अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कीगन पॉल, लंदन |
dc.subject | व्याकरण, शब्दावली, गुजराती, भाषा, गुजराती व्याकरण, पठन |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1892 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001632 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | टिसडल, क्लेयर |
dc.contributor.editor | Rosted, Reinhold |
dc.date.accessioned | 2017-05-11T08:05:48Z 2018-06-07T03:17:16Z |
dc.date.available | 2017-05-11T08:05:48Z 2018-06-07T03:17:16Z |
dc.description | यह पुस्तक प्रमुख एशियाई और यूरोपीय भाषाओं पर सरलीकृत व्याकरणों के ट्रबनर के संग्रह का एक हिस्सा है। यह विशेष पुस्तक गुजराती भाषा का एक सरलीकृत व्याकरण देती है। लेखक ने अनुभव किया कि प्रकाशन के समय, गुजराती पर अंग्रेज़ी कार्यों की कमी थी और यह पुस्तक इस प्रकार इस भाषा के विद्यार्थियों के लिए इस कमी को पूरा करेगी। इसमें पठन पाठन सम्मिलित हैं और गुजराती व्याकरण के तत्व जैसे कि वर्णमाला, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, अंक और शब्द और वाक्य रचना के नियम सम्मिलित हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 189p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | गुजराती, अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कीगन पॉल, लंदन |
dc.subject | व्याकरण, शब्दावली, गुजराती, भाषा, गुजराती व्याकरण, पठन |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1892 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-001632 |
dc.format.medium | text |