अ स्कैच ऑफ़ द हिस्ट्री ऑफ़ ओरिसा फ़्रॉम 1803 टू 1828 विद अपेंडिसिस
Author: टॉइनबी, जी.
Keywords: उड़ीसा, ब्रिटिश भारत, राजस्व इतिहास, औपनिवेशिक व्यापार, भू-राजस्व, रैयत, स्थायी बंदोबस्त, कर, सर्वेक्षण, पैदावार, प्रांत, कृषि
Publisher: बंगाल सचिवालय प्रेस, कलकत्ता
Description: यह 1803 से 1828 के समय तक उड़ीसा के इतिहास पर पुस्तक है। यह प्राचीन राजस्व प्रणाली, मुगलों द्वारा लागू किए गए परिवर्तन, राजस्व प्रणाली में अंग्रेज़ों द्वारा लिए गए शुरुआती उपाय, प्रांत का विभाजन, भू-राजस्व व्यवस्था, रैयतों के लिए प्रतिस्पर्धा, कृषकों के अधिकार, राजाओं के साथ अनुबंध, स्थायी बंदोबस्त के प्रयास, विभिन्न कर और सर्वेक्षण की विषय वस्तुओं को शामिल करती है। इसमें मराठों की आपराधिक प्रणाली, अंग्रेज़ों द्वारा किये गए परिवर्तन, अपराध के आँकड़े, जेलों और कारागारों के विवरण एवं मज़दूरी और व्यापार के विवरण पर खंड भी शामिल हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | टॉइनबी, जी. |
dc.date.accessioned | 2019-02-23T15:38:57Z |
dc.date.available | 2019-02-23T15:38:57Z |
dc.description | यह 1803 से 1828 के समय तक उड़ीसा के इतिहास पर पुस्तक है। यह प्राचीन राजस्व प्रणाली, मुगलों द्वारा लागू किए गए परिवर्तन, राजस्व प्रणाली में अंग्रेज़ों द्वारा लिए गए शुरुआती उपाय, प्रांत का विभाजन, भू-राजस्व व्यवस्था, रैयतों के लिए प्रतिस्पर्धा, कृषकों के अधिकार, राजाओं के साथ अनुबंध, स्थायी बंदोबस्त के प्रयास, विभिन्न कर और सर्वेक्षण की विषय वस्तुओं को शामिल करती है। इसमें मराठों की आपराधिक प्रणाली, अंग्रेज़ों द्वारा किये गए परिवर्तन, अपराध के आँकड़े, जेलों और कारागारों के विवरण एवं मज़दूरी और व्यापार के विवरण पर खंड भी शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | various Pages |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | बंगाल सचिवालय प्रेस, कलकत्ता |
dc.subject | उड़ीसा, ब्रिटिश भारत, राजस्व इतिहास, औपनिवेशिक व्यापार, भू-राजस्व, रैयत, स्थायी बंदोबस्त, कर, सर्वेक्षण, पैदावार, प्रांत, कृषि |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1873 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004682 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | टॉइनबी, जी. |
dc.date.accessioned | 2019-02-23T15:38:57Z |
dc.date.available | 2019-02-23T15:38:57Z |
dc.description | यह 1803 से 1828 के समय तक उड़ीसा के इतिहास पर पुस्तक है। यह प्राचीन राजस्व प्रणाली, मुगलों द्वारा लागू किए गए परिवर्तन, राजस्व प्रणाली में अंग्रेज़ों द्वारा लिए गए शुरुआती उपाय, प्रांत का विभाजन, भू-राजस्व व्यवस्था, रैयतों के लिए प्रतिस्पर्धा, कृषकों के अधिकार, राजाओं के साथ अनुबंध, स्थायी बंदोबस्त के प्रयास, विभिन्न कर और सर्वेक्षण की विषय वस्तुओं को शामिल करती है। इसमें मराठों की आपराधिक प्रणाली, अंग्रेज़ों द्वारा किये गए परिवर्तन, अपराध के आँकड़े, जेलों और कारागारों के विवरण एवं मज़दूरी और व्यापार के विवरण पर खंड भी शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | various Pages |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | बंगाल सचिवालय प्रेस, कलकत्ता |
dc.subject | उड़ीसा, ब्रिटिश भारत, राजस्व इतिहास, औपनिवेशिक व्यापार, भू-राजस्व, रैयत, स्थायी बंदोबस्त, कर, सर्वेक्षण, पैदावार, प्रांत, कृषि |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1873 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004682 |
dc.format.medium | text |