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अ समर रैम्बल इन द हिमालयाज़ विद स्पोर्टिंग एडवेंचर इन द वैली ऑफ़ कश्मीर

Author: पर्वतारोही

Editor: Mountaineer

Keywords: पर्वतारोहण, हिमालय, कश्मीर, पहाड़, शिविर लगाना, शिकार, वन, कश्मीर, उत्तराखंड, जीवनी, यात्रा लेख, यात्रा वृत्तांत, गढ़वाल, दून, मसूरी

Publisher: हर्स्ट एंड ब्लैकेट, लंदन

Description: यह कश्मीर में एक पर्वतारोहण अभियान का लेखा-जोखा है। इसमें गढ़वाल क्षेत्र के साथ-साथ दून के जंगलों, मसूरी से कुछ दृश्य और गंगा के अनुभवों के साथ-साथ कश्मीर का विवरण देने वाले अध्याय हैं। मछली पकड़ने, भालू के शिकार, कस्तूरी-मृग के शिकार और हिरण का पीछा करने जैसे लेखक के प्रयास भी वर्णित हैं। वह आगे क्षेत्रीय भूदृश्य की चर्चा करता है और घरों, मंदिरों, दृश्यों, ज़मीन पर उतरने आदि को चित्रित करता है। इस पुस्तक में पर्वतारोही की प्राकृतिक इतिहास के प्रति उसकी रूचि और उससे मिलने वाले लोगों की आदतों के प्रति उसकी जिज्ञासा को दिखाया गया है।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author पर्वतारोही
dc.contributor.editor Mountaineer
dc.date.accessioned 2017-05-23T07:54:51Z
2018-06-07T03:31:58Z
dc.date.available 2017-05-23T07:54:51Z
2018-06-07T03:31:58Z
dc.description यह कश्मीर में एक पर्वतारोहण अभियान का लेखा-जोखा है। इसमें गढ़वाल क्षेत्र के साथ-साथ दून के जंगलों, मसूरी से कुछ दृश्य और गंगा के अनुभवों के साथ-साथ कश्मीर का विवरण देने वाले अध्याय हैं। मछली पकड़ने, भालू के शिकार, कस्तूरी-मृग के शिकार और हिरण का पीछा करने जैसे लेखक के प्रयास भी वर्णित हैं। वह आगे क्षेत्रीय भूदृश्य की चर्चा करता है और घरों, मंदिरों, दृश्यों, ज़मीन पर उतरने आदि को चित्रित करता है। इस पुस्तक में पर्वतारोही की प्राकृतिक इतिहास के प्रति उसकी रूचि और उससे मिलने वाले लोगों की आदतों के प्रति उसकी जिज्ञासा को दिखाया गया है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 358p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher हर्स्ट एंड ब्लैकेट, लंदन
dc.subject पर्वतारोहण, हिमालय, कश्मीर, पहाड़, शिविर लगाना, शिकार, वन, कश्मीर, उत्तराखंड, जीवनी, यात्रा लेख, यात्रा वृत्तांत, गढ़वाल, दून, मसूरी
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1860
dc.identifier.accessionnumber AS-004015
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author पर्वतारोही
dc.contributor.editor Mountaineer
dc.date.accessioned 2017-05-23T07:54:51Z
2018-06-07T03:31:58Z
dc.date.available 2017-05-23T07:54:51Z
2018-06-07T03:31:58Z
dc.description यह कश्मीर में एक पर्वतारोहण अभियान का लेखा-जोखा है। इसमें गढ़वाल क्षेत्र के साथ-साथ दून के जंगलों, मसूरी से कुछ दृश्य और गंगा के अनुभवों के साथ-साथ कश्मीर का विवरण देने वाले अध्याय हैं। मछली पकड़ने, भालू के शिकार, कस्तूरी-मृग के शिकार और हिरण का पीछा करने जैसे लेखक के प्रयास भी वर्णित हैं। वह आगे क्षेत्रीय भूदृश्य की चर्चा करता है और घरों, मंदिरों, दृश्यों, ज़मीन पर उतरने आदि को चित्रित करता है। इस पुस्तक में पर्वतारोही की प्राकृतिक इतिहास के प्रति उसकी रूचि और उससे मिलने वाले लोगों की आदतों के प्रति उसकी जिज्ञासा को दिखाया गया है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 358p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher हर्स्ट एंड ब्लैकेट, लंदन
dc.subject पर्वतारोहण, हिमालय, कश्मीर, पहाड़, शिविर लगाना, शिकार, वन, कश्मीर, उत्तराखंड, जीवनी, यात्रा लेख, यात्रा वृत्तांत, गढ़वाल, दून, मसूरी
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1860
dc.identifier.accessionnumber AS-004015
dc.format.medium text