अ स्टडी ऑफ़ एथिकल प्रिंसिपल्स
Author: सेथ, जेम्स
Keywords: दर्शन, नीति शास्त्र, सुखवाद, तर्कवाद, नैतिक विचार, नैतिकता की विधि, नैतिक समस्याएँ
Publisher: चार्ल्स स्क्रिबनर्स सन्स, न्यू यॉर्क
Description: यह पुस्तक प्राचीन और आधुनिक समय में नैतिक विचार के क्रम का अध्ययन है। यूनानियों और खासकर अरस्तू के नैतिक विज्ञान के योगदान को पुस्तक में रेखांकित किया गया है। परिचय में नैतिक समस्या, नैतिकता की विधि और इसके मनोवैज्ञानिक आधार पर अध्याय हैं। पहले भाग में सुखवाद या बोध की नैतिकता, तर्कवाद या तर्क की नैतिकता पर अध्याय शामिल हैं, दूसरा भाग व्यक्तिगत जीवन, सामाजिक जीवन और नैतिक प्रगति पर, और तीसरे भाग में स्वतंत्रता की, ईश्वर की, अमरता की समस्या पर अध्याय शामिल हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | सेथ, जेम्स |
dc.date.accessioned | 2019-02-20T16:53:36Z |
dc.date.available | 2019-02-20T16:53:36Z |
dc.description | यह पुस्तक प्राचीन और आधुनिक समय में नैतिक विचार के क्रम का अध्ययन है। यूनानियों और खासकर अरस्तू के नैतिक विज्ञान के योगदान को पुस्तक में रेखांकित किया गया है। परिचय में नैतिक समस्या, नैतिकता की विधि और इसके मनोवैज्ञानिक आधार पर अध्याय हैं। पहले भाग में सुखवाद या बोध की नैतिकता, तर्कवाद या तर्क की नैतिकता पर अध्याय शामिल हैं, दूसरा भाग व्यक्तिगत जीवन, सामाजिक जीवन और नैतिक प्रगति पर, और तीसरे भाग में स्वतंत्रता की, ईश्वर की, अमरता की समस्या पर अध्याय शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 470p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | चार्ल्स स्क्रिबनर्स सन्स, न्यू यॉर्क |
dc.subject | दर्शन, नीति शास्त्र, सुखवाद, तर्कवाद, नैतिक विचार, नैतिकता की विधि, नैतिक समस्याएँ |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.identifier.accessionnumber | AS-009851 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | सेथ, जेम्स |
dc.date.accessioned | 2019-02-20T16:53:36Z |
dc.date.available | 2019-02-20T16:53:36Z |
dc.description | यह पुस्तक प्राचीन और आधुनिक समय में नैतिक विचार के क्रम का अध्ययन है। यूनानियों और खासकर अरस्तू के नैतिक विज्ञान के योगदान को पुस्तक में रेखांकित किया गया है। परिचय में नैतिक समस्या, नैतिकता की विधि और इसके मनोवैज्ञानिक आधार पर अध्याय हैं। पहले भाग में सुखवाद या बोध की नैतिकता, तर्कवाद या तर्क की नैतिकता पर अध्याय शामिल हैं, दूसरा भाग व्यक्तिगत जीवन, सामाजिक जीवन और नैतिक प्रगति पर, और तीसरे भाग में स्वतंत्रता की, ईश्वर की, अमरता की समस्या पर अध्याय शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 470p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | चार्ल्स स्क्रिबनर्स सन्स, न्यू यॉर्क |
dc.subject | दर्शन, नीति शास्त्र, सुखवाद, तर्कवाद, नैतिक विचार, नैतिकता की विधि, नैतिक समस्याएँ |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.identifier.accessionnumber | AS-009851 |
dc.format.medium | text |