केंद्रीय हिमालयी संस्कृति शिक्षण संस्थान
Records Available In:भोटी, संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी, पाली
Introduction
सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन कल्चर स्टडीज (सी.आई.सी.एच.एस), दाहुंग, पश्चिम कामेंग जिला, अरुणाचल प्रदेश की स्थापना, बौद्ध संस्कृति संरक्षण समिति (बी.सी.पी.एस), बोमडिला के संरक्षण में यहाँ के 13 वें महामहीम के शासन के दौरान हुई। इसके पहले सत्र की शुरुआत 4 अगस्त 2003 से हुई। इस संस्थान को सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी, यू.पी. के द्वारा सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के अंतर्गत पंजीकृत किया है। इसकी पंजीकरण SR / ITA / 4650 है। दिनांक 10-11-2010 से ईटानगर, अरुणाचल में स्थित यह एक स्वायत्त निकाय बन गया है जो भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन आता है। प्रदेशसंस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार का एक स्वायत्त निकाय बन गया है। इस सोसाइटी के अधिपत्र के अनुसार यह बौद्ध और हिमालयी अध्ययन में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट कार्यक्रम शुरू करने और फीडर स्कूलों की स्थापना और रखरखाव करने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
Information
| Address: | टेंगा घाटी, PS- रूपा, जिला- पश्चिम कामेंग, अरुणाचल प्रदेश- 790116 |
| Established: | 2003 |
| Institution Head: | श्री सर्वेश कुमार आर्य, निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) |
| Hours: | सोमवार से शुक्रवार: 9:00 AM से 5:20 PM; शनिवार (पहला, तीसरा और चौथा): 9:00 AM से 2:20 PM |
| Phone: | (03782)- 207030/ +91- 8974797371 |
| Website: | http://cihcs.edu.in/ |
भारत सरकार


डिजिटल भविष्य के लिए स्वयं को तैयार करने की आवश्यकता को पहचानते हुए, ‘भारतीय संस्कृति’ पोर्टल, संस्कृति मंत्रालय द्वारा एक पहल है। यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो पूरे भारत की विभिन्न रिपॉज़िटरियों और संस्थानों से सांस्कृतिक प्रासंगिकता के डेटा को प्रस्तुत करता है।
