अथर्वन ज़रथुश्त्र: द फ़ॉरमोस्ट प्रॉफ़ेट: अ कंपैरेटिव स्टडी ऑफ़ हिंदूइज़्म, ज़ोरास्ट्रियनिस्म एंड इस्लाम
Author: चटर्जी, जतिंद्र मोहन
Keywords: इस्लाम, हिंदू धर्म, पारसी धर्म, तुलनात्मक अध्ययन, 1971
Publisher: द पारसी ज़ोरास्ट्रियन एसोसियेशन, कलकत्ता
Description: ‘अथर्वन ज़रथुश्त्र- द फ़ॉरमोस्ट प्रॉफ़ेट: अ कंपैरेटिव स्टडी ऑफ़ हिंदूइज़्म, ज़ोरास्ट्रियनिस्म एंड इस्लाम’ जतिंद्र मोहन चटर्जी द्वारा लिखित है। यह पुस्तक वर्ष 1971 में प्रकाशित हुई थी। लेखक के अनुसार, अथर्वन् ज़रथुस्त्र ऋग्वेद के समय मौजूद थे और इस प्रकार पैगंबर की आयु 3000 ईसा पूर्व से बाद में नहीं रखी सकती। इसके अलावा, ऋग्वेद में असुर वेद और सुर महत के नाम से अहुरा मज़्दा की पूजा की गई है। इससे पता चलता है कि हिंदुओं और पारसियों के पूर्वजों के बीच संबंध मैत्रीपूर्ण थे। दूसरी ओर, सूफ़ीवाद इस्लाम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो गाथा की चिश्ती का पुनरुत्पादन है। इसके अलावा, हिंदू धर्म, पारसी धर्म और इस्लाम, इन धर्मों के बीच आपसी संबंधों के संबंध में संपूर्ण क्रांति लाते हैं।
Source: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | चटर्जी, जतिंद्र मोहन |
| dc.date.accessioned | 2019-12-02T16:36:46Z |
| dc.date.available | 2019-12-02T16:36:46Z |
| dc.description | ‘अथर्वन ज़रथुश्त्र- द फ़ॉरमोस्ट प्रॉफ़ेट: अ कंपैरेटिव स्टडी ऑफ़ हिंदूइज़्म, ज़ोरास्ट्रियनिस्म एंड इस्लाम’ जतिंद्र मोहन चटर्जी द्वारा लिखित है। यह पुस्तक वर्ष 1971 में प्रकाशित हुई थी। लेखक के अनुसार, अथर्वन् ज़रथुस्त्र ऋग्वेद के समय मौजूद थे और इस प्रकार पैगंबर की आयु 3000 ईसा पूर्व से बाद में नहीं रखी सकती। इसके अलावा, ऋग्वेद में असुर वेद और सुर महत के नाम से अहुरा मज़्दा की पूजा की गई है। इससे पता चलता है कि हिंदुओं और पारसियों के पूर्वजों के बीच संबंध मैत्रीपूर्ण थे। दूसरी ओर, सूफ़ीवाद इस्लाम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो गाथा की चिश्ती का पुनरुत्पादन है। इसके अलावा, हिंदू धर्म, पारसी धर्म और इस्लाम, इन धर्मों के बीच आपसी संबंधों के संबंध में संपूर्ण क्रांति लाते हैं। |
| dc.source | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली |
| dc.format.extent | text |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी, बंगाली |
| dc.publisher | द पारसी ज़ोरास्ट्रियन एसोसियेशन, कलकत्ता |
| dc.subject | इस्लाम, हिंदू धर्म, पारसी धर्म, तुलनात्मक अध्ययन, 1971 |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1971 |
| dc.identifier.accessionnumber | S2678 |
| dc.format.duration | xvi, 250 p.; xxiv p. |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | चटर्जी, जतिंद्र मोहन |
| dc.date.accessioned | 2019-12-02T16:36:46Z |
| dc.date.available | 2019-12-02T16:36:46Z |
| dc.description | ‘अथर्वन ज़रथुश्त्र- द फ़ॉरमोस्ट प्रॉफ़ेट: अ कंपैरेटिव स्टडी ऑफ़ हिंदूइज़्म, ज़ोरास्ट्रियनिस्म एंड इस्लाम’ जतिंद्र मोहन चटर्जी द्वारा लिखित है। यह पुस्तक वर्ष 1971 में प्रकाशित हुई थी। लेखक के अनुसार, अथर्वन् ज़रथुस्त्र ऋग्वेद के समय मौजूद थे और इस प्रकार पैगंबर की आयु 3000 ईसा पूर्व से बाद में नहीं रखी सकती। इसके अलावा, ऋग्वेद में असुर वेद और सुर महत के नाम से अहुरा मज़्दा की पूजा की गई है। इससे पता चलता है कि हिंदुओं और पारसियों के पूर्वजों के बीच संबंध मैत्रीपूर्ण थे। दूसरी ओर, सूफ़ीवाद इस्लाम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो गाथा की चिश्ती का पुनरुत्पादन है। इसके अलावा, हिंदू धर्म, पारसी धर्म और इस्लाम, इन धर्मों के बीच आपसी संबंधों के संबंध में संपूर्ण क्रांति लाते हैं। |
| dc.source | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली |
| dc.format.extent | text |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी, बंगाली |
| dc.publisher | द पारसी ज़ोरास्ट्रियन एसोसियेशन, कलकत्ता |
| dc.subject | इस्लाम, हिंदू धर्म, पारसी धर्म, तुलनात्मक अध्ययन, 1971 |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1971 |
| dc.identifier.accessionnumber | S2678 |
| dc.format.duration | xvi, 250 p.; xxiv p. |
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