हॉक्स, फ़ैल्कंस एंड फ़ैल्कंनरी
Author: बीबे, फ़्रैंक एल.
Keywords: पक्षी, बाज़, अध्ययन, विशेषताएँ, बाज़ पालन, जीवविज्ञान
Publisher: हैनकॉक हाउस पब्लिकेशंस, सानीचटन
Description: फ़्रैंक एल बीबे द्वारा लिखित ‘हॉक्स, फ़ैल्कंस एंड फ़ैल्कंनरी’ को 1975 में प्रकाशित किया गया था। पुस्तक को चार भागों में विभाजित किया गया है। इस अंश में शिकारी पक्षियों के सामान्य जीवविज्ञान, उनकी विभिन्न विशेषताओं, व्यवहार, प्रजनन, आदि, पर प्रकाश डाला गया है। दूसरा भाग, बाज पालन के पक्षियों के बारे में बात करता है, जिसमें लेखक विभिन्न प्रकार के पक्षियों का उल्लेख करता है, जैसे कि तेज-पिंडली वाले बाज़, लाल पूंछ वाले बाज़, सुनहला बाज़, अमरीकी केस्ट्रेल, आदि। तीसरे भाग में लेखक बाज पालन के बारे में विस्तार से बात करता है जैसे, पहला और सर्वोत्तम प्रकार, प्रशिक्षण, देखभाल और परवाह, आदि। अंतिम भाग में, लेखक घुमंतू बाज़ के लुप्तप्राय होने का उल्लेख करता है।
Source: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | बीबे, फ़्रैंक एल. |
| dc.date.accessioned | 2019-10-21T11:20:10Z |
| dc.date.available | 2019-10-21T11:20:10Z |
| dc.description | फ़्रैंक एल बीबे द्वारा लिखित ‘हॉक्स, फ़ैल्कंस एंड फ़ैल्कंनरी’ को 1975 में प्रकाशित किया गया था। पुस्तक को चार भागों में विभाजित किया गया है। इस अंश में शिकारी पक्षियों के सामान्य जीवविज्ञान, उनकी विभिन्न विशेषताओं, व्यवहार, प्रजनन, आदि, पर प्रकाश डाला गया है। दूसरा भाग, बाज पालन के पक्षियों के बारे में बात करता है, जिसमें लेखक विभिन्न प्रकार के पक्षियों का उल्लेख करता है, जैसे कि तेज-पिंडली वाले बाज़, लाल पूंछ वाले बाज़, सुनहला बाज़, अमरीकी केस्ट्रेल, आदि। तीसरे भाग में लेखक बाज पालन के बारे में विस्तार से बात करता है जैसे, पहला और सर्वोत्तम प्रकार, प्रशिक्षण, देखभाल और परवाह, आदि। अंतिम भाग में, लेखक घुमंतू बाज़ के लुप्तप्राय होने का उल्लेख करता है। |
| dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
| dc.format.extent | 319p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | हैनकॉक हाउस पब्लिकेशंस, सानीचटन |
| dc.subject | पक्षी, बाज़, अध्ययन, विशेषताएँ, बाज़ पालन, जीवविज्ञान |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1976 |
| dc.identifier.accessionnumber | 3155 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | बीबे, फ़्रैंक एल. |
| dc.date.accessioned | 2019-10-21T11:20:10Z |
| dc.date.available | 2019-10-21T11:20:10Z |
| dc.description | फ़्रैंक एल बीबे द्वारा लिखित ‘हॉक्स, फ़ैल्कंस एंड फ़ैल्कंनरी’ को 1975 में प्रकाशित किया गया था। पुस्तक को चार भागों में विभाजित किया गया है। इस अंश में शिकारी पक्षियों के सामान्य जीवविज्ञान, उनकी विभिन्न विशेषताओं, व्यवहार, प्रजनन, आदि, पर प्रकाश डाला गया है। दूसरा भाग, बाज पालन के पक्षियों के बारे में बात करता है, जिसमें लेखक विभिन्न प्रकार के पक्षियों का उल्लेख करता है, जैसे कि तेज-पिंडली वाले बाज़, लाल पूंछ वाले बाज़, सुनहला बाज़, अमरीकी केस्ट्रेल, आदि। तीसरे भाग में लेखक बाज पालन के बारे में विस्तार से बात करता है जैसे, पहला और सर्वोत्तम प्रकार, प्रशिक्षण, देखभाल और परवाह, आदि। अंतिम भाग में, लेखक घुमंतू बाज़ के लुप्तप्राय होने का उल्लेख करता है। |
| dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
| dc.format.extent | 319p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | हैनकॉक हाउस पब्लिकेशंस, सानीचटन |
| dc.subject | पक्षी, बाज़, अध्ययन, विशेषताएँ, बाज़ पालन, जीवविज्ञान |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1976 |
| dc.identifier.accessionnumber | 3155 |
| dc.format.medium | text |
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