बंगाल लैंसर
Author: ब्राउन, एफ़. येट्स-
Keywords: आत्मकथा, ब्रिटिश घुड़सवार सेना, ब्रिटिश अधिकारी, औपनिवेशिक भारत, साहसिक कार्य, संस्मरण
Publisher: विक्टर गोलैंज़, लंदन
Description: यह पुस्तक भारत में एक अंग्रेज़ घुड़सवार सेना के अधिकारी फ़्रांसिस येट्स-ब्राउन की एक आत्मकथा है। येट्स-ब्राउन बीसवीं सदी के आरंभ में ब्रिटिश भारत के उत्तर पश्चिम सीमांत पर 17वें बंगाल लैंसर्स में सेवारत थे। उन्होंने भारत को एक रोमांच के स्थान के रूप में पाया, जहाँ वे, जब सक्रिय कार्य में शामिल नहीं होते थे, तब ग्रामीण क्षेत्र में निशानेबाज़ी और घुड़सवारी का अभ्यास करते थे। पुस्तक एक रोमांचकारी कथा है जो भारत में एक अंग्रेज़ अधिकारी के अनुभवों का विस्तारपूर्वक वर्णन प्रदान करती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | ब्राउन, एफ़. येट्स- |
| dc.date.accessioned | 2017-06-09T05:55:41Z 2018-06-07T05:53:37Z |
| dc.date.available | 2017-06-09T05:55:41Z 2018-06-07T05:53:37Z |
| dc.description | यह पुस्तक भारत में एक अंग्रेज़ घुड़सवार सेना के अधिकारी फ़्रांसिस येट्स-ब्राउन की एक आत्मकथा है। येट्स-ब्राउन बीसवीं सदी के आरंभ में ब्रिटिश भारत के उत्तर पश्चिम सीमांत पर 17वें बंगाल लैंसर्स में सेवारत थे। उन्होंने भारत को एक रोमांच के स्थान के रूप में पाया, जहाँ वे, जब सक्रिय कार्य में शामिल नहीं होते थे, तब ग्रामीण क्षेत्र में निशानेबाज़ी और घुड़सवारी का अभ्यास करते थे। पुस्तक एक रोमांचकारी कथा है जो भारत में एक अंग्रेज़ अधिकारी के अनुभवों का विस्तारपूर्वक वर्णन प्रदान करती है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | 288p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | विक्टर गोलैंज़, लंदन |
| dc.subject | आत्मकथा, ब्रिटिश घुड़सवार सेना, ब्रिटिश अधिकारी, औपनिवेशिक भारत, साहसिक कार्य, संस्मरण |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1930 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-004607 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | ब्राउन, एफ़. येट्स- |
| dc.date.accessioned | 2017-06-09T05:55:41Z 2018-06-07T05:53:37Z |
| dc.date.available | 2017-06-09T05:55:41Z 2018-06-07T05:53:37Z |
| dc.description | यह पुस्तक भारत में एक अंग्रेज़ घुड़सवार सेना के अधिकारी फ़्रांसिस येट्स-ब्राउन की एक आत्मकथा है। येट्स-ब्राउन बीसवीं सदी के आरंभ में ब्रिटिश भारत के उत्तर पश्चिम सीमांत पर 17वें बंगाल लैंसर्स में सेवारत थे। उन्होंने भारत को एक रोमांच के स्थान के रूप में पाया, जहाँ वे, जब सक्रिय कार्य में शामिल नहीं होते थे, तब ग्रामीण क्षेत्र में निशानेबाज़ी और घुड़सवारी का अभ्यास करते थे। पुस्तक एक रोमांचकारी कथा है जो भारत में एक अंग्रेज़ अधिकारी के अनुभवों का विस्तारपूर्वक वर्णन प्रदान करती है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | 288p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | विक्टर गोलैंज़, लंदन |
| dc.subject | आत्मकथा, ब्रिटिश घुड़सवार सेना, ब्रिटिश अधिकारी, औपनिवेशिक भारत, साहसिक कार्य, संस्मरण |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1930 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-004607 |
| dc.format.medium | text |
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