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डाइआर्की इन प्रैक्टिस

Author: अप्पादोरई, ए.

Keywords: ब्रिटिश भारत में द्विशासन

Publisher: लॉन्गमैंस ग्रीन, लंदन

Description: ए अप्पादोरई द्वारा लिखित यह पुस्तक द्विशासन (डाईआर्की) की कार्य प्रणाली का अध्ययन करने के साथ-साथ, एक राजनीतिक प्रणाली के रूप में इसके महत्व का आकलन लगाने का एक प्रयास है। लेखक इसे शासन प्रणाली और विशेष रूप से भारतीय संवैधानिक इतिहास के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी मानता है। पुस्तक में दो भाग हैं। पहले भाग में 'द ड्यूक मेमोरेंडम' के विषय में सैद्धांतिक परिचर्चाएँ सम्मिलित हैं जिसके परिणामस्वरूप भारत सरकार अधिनियम, 1919 बना। यह भाग प्रणाली की उत्पत्ति का पता लगाने और उसे मान्यता देने तथा इसके सैद्धांतिक मूलों को समझाने में मदद करता है। दूसरे भाग में कई प्रांतों में द्विशासन के वास्तविक प्रयोग संबंधी अभिलेख हैं।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author अप्पादोरई, ए.
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-23T07:54:16Z
dc.date.available 2018-07-23T07:54:16Z
dc.description ए अप्पादोरई द्वारा लिखित यह पुस्तक द्विशासन (डाईआर्की) की कार्य प्रणाली का अध्ययन करने के साथ-साथ, एक राजनीतिक प्रणाली के रूप में इसके महत्व का आकलन लगाने का एक प्रयास है। लेखक इसे शासन प्रणाली और विशेष रूप से भारतीय संवैधानिक इतिहास के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी मानता है। पुस्तक में दो भाग हैं। पहले भाग में 'द ड्यूक मेमोरेंडम' के विषय में सैद्धांतिक परिचर्चाएँ सम्मिलित हैं जिसके परिणामस्वरूप भारत सरकार अधिनियम, 1919 बना। यह भाग प्रणाली की उत्पत्ति का पता लगाने और उसे मान्यता देने तथा इसके सैद्धांतिक मूलों को समझाने में मदद करता है। दूसरे भाग में कई प्रांतों में द्विशासन के वास्तविक प्रयोग संबंधी अभिलेख हैं।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent xiv, 431 p
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher लॉन्गमैंस ग्रीन, लंदन
dc.subject ब्रिटिश भारत में द्विशासन
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1937
dc.identifier.accessionnumber AS-001022
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author अप्पादोरई, ए.
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-23T07:54:16Z
dc.date.available 2018-07-23T07:54:16Z
dc.description ए अप्पादोरई द्वारा लिखित यह पुस्तक द्विशासन (डाईआर्की) की कार्य प्रणाली का अध्ययन करने के साथ-साथ, एक राजनीतिक प्रणाली के रूप में इसके महत्व का आकलन लगाने का एक प्रयास है। लेखक इसे शासन प्रणाली और विशेष रूप से भारतीय संवैधानिक इतिहास के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी मानता है। पुस्तक में दो भाग हैं। पहले भाग में 'द ड्यूक मेमोरेंडम' के विषय में सैद्धांतिक परिचर्चाएँ सम्मिलित हैं जिसके परिणामस्वरूप भारत सरकार अधिनियम, 1919 बना। यह भाग प्रणाली की उत्पत्ति का पता लगाने और उसे मान्यता देने तथा इसके सैद्धांतिक मूलों को समझाने में मदद करता है। दूसरे भाग में कई प्रांतों में द्विशासन के वास्तविक प्रयोग संबंधी अभिलेख हैं।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent xiv, 431 p
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher लॉन्गमैंस ग्रीन, लंदन
dc.subject ब्रिटिश भारत में द्विशासन
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1937
dc.identifier.accessionnumber AS-001022
dc.format.medium text