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एन अपहिल रोड इन इंडिया

Author: क्रिस्टलीब, एम.एल.

Keywords: भारत- विवरण और यात्रा; पर्यटक भारत; भारत- भूगोल

Publisher: जॉर्ज एलन, लंदन

Description: एम एल क्रिस्टलीब द्वारा लिखित पुस्तक 'एन अपहिल रोड इन इंडिया' पत्राचार से लिया गया एक संग्रह है जो बीस वर्षों से अधिक की अवधि को शामिल करता है। यह पत्राचार उनके जिस मित्र को संबोधित किया गया है उन्होंने भारत में उनके साथ सेवा की प्रथम अवधि साझा की थी; जो उनके मिशनरी कार्यों के शुरुआती दिनों की बात है, अतः इसका कोई विस्तृत विवरण नहीं है। पत्रों की शुरुआत तब होती है जब लेखक अकेले भारत लौटते हैं। यह अति लोकप्रिय यूरोपीय लोगों के बीच दैनिक अनुभवों का एक सरल मानव वृत्तांत है।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author क्रिस्टलीब, एम.एल.
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-25T10:09:34Z
dc.date.available 2018-07-25T10:09:34Z
dc.description एम एल क्रिस्टलीब द्वारा लिखित पुस्तक 'एन अपहिल रोड इन इंडिया' पत्राचार से लिया गया एक संग्रह है जो बीस वर्षों से अधिक की अवधि को शामिल करता है। यह पत्राचार उनके जिस मित्र को संबोधित किया गया है उन्होंने भारत में उनके साथ सेवा की प्रथम अवधि साझा की थी; जो उनके मिशनरी कार्यों के शुरुआती दिनों की बात है, अतः इसका कोई विस्तृत विवरण नहीं है। पत्रों की शुरुआत तब होती है जब लेखक अकेले भारत लौटते हैं। यह अति लोकप्रिय यूरोपीय लोगों के बीच दैनिक अनुभवों का एक सरल मानव वृत्तांत है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 253 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher जॉर्ज एलन, लंदन
dc.subject भारत- विवरण और यात्रा; पर्यटक भारत; भारत- भूगोल
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1927
dc.identifier.accessionnumber AS-002286
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author क्रिस्टलीब, एम.एल.
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-25T10:09:34Z
dc.date.available 2018-07-25T10:09:34Z
dc.description एम एल क्रिस्टलीब द्वारा लिखित पुस्तक 'एन अपहिल रोड इन इंडिया' पत्राचार से लिया गया एक संग्रह है जो बीस वर्षों से अधिक की अवधि को शामिल करता है। यह पत्राचार उनके जिस मित्र को संबोधित किया गया है उन्होंने भारत में उनके साथ सेवा की प्रथम अवधि साझा की थी; जो उनके मिशनरी कार्यों के शुरुआती दिनों की बात है, अतः इसका कोई विस्तृत विवरण नहीं है। पत्रों की शुरुआत तब होती है जब लेखक अकेले भारत लौटते हैं। यह अति लोकप्रिय यूरोपीय लोगों के बीच दैनिक अनुभवों का एक सरल मानव वृत्तांत है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 253 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher जॉर्ज एलन, लंदन
dc.subject भारत- विवरण और यात्रा; पर्यटक भारत; भारत- भूगोल
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1927
dc.identifier.accessionnumber AS-002286
dc.format.medium text