एन एपिटोम ऑफ़ जैनीज़्म बीइंग अ क्रिटिकल स्टडी ऑफ़ इट्स मेटाफ़िज़िक्स, एथिक्स एंड हिस्ट्री एंड इन रिलेशन टू मॉडर्न थॉट
Author: नाहर, पूरण चंद वेदांतचिंतामणि घोष, कृष्णचंद्र
Keywords: सैयदबाद, औपचारिक तर्क का जैन सिद्धांत, जैन तत्त्वविज्ञान, जैन धर्म का दर्शन
Publisher: एमसी दुबे क़ुलाब कुमारी पुस्तकालय, कलकत्ता
Description: पूरण चंद नाहर द्वारा लिखित यह पुस्तक जैन धर्म का समीक्षात्मक अध्ययन प्रस्तुत करती है जिसमें इसके तत्त्वविज्ञान, नीतिशास्त्र और इतिहास के विस्तृत विवरण हैं। इसमें त्योहारों, तीर्थ स्थानों, साहित्य, कला और वास्तुकला, बंधन, औपचारिक तर्क के सिद्धांत, पुण्य और पाप की अवधारणाएँ, जैन दर्शन और धर्म से संबंधित कर्मों के वर्गीकरण सहित, विस्तृत विवरणों की श्रृंखला सम्मिलित है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | नाहर, पूरण चंद वेदांतचिंतामणि घोष, कृष्णचंद्र |
| dc.coverage.spatial | India |
| dc.date.accessioned | 2018-07-26T11:06:02Z |
| dc.date.available | 2018-07-26T11:06:02Z |
| dc.description | पूरण चंद नाहर द्वारा लिखित यह पुस्तक जैन धर्म का समीक्षात्मक अध्ययन प्रस्तुत करती है जिसमें इसके तत्त्वविज्ञान, नीतिशास्त्र और इतिहास के विस्तृत विवरण हैं। इसमें त्योहारों, तीर्थ स्थानों, साहित्य, कला और वास्तुकला, बंधन, औपचारिक तर्क के सिद्धांत, पुण्य और पाप की अवधारणाएँ, जैन दर्शन और धर्म से संबंधित कर्मों के वर्गीकरण सहित, विस्तृत विवरणों की श्रृंखला सम्मिलित है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xvii, 796 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | एमसी दुबे क़ुलाब कुमारी पुस्तकालय, कलकत्ता |
| dc.subject | सैयदबाद, औपचारिक तर्क का जैन सिद्धांत, जैन तत्त्वविज्ञान, जैन धर्म का दर्शन |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1917 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000448 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | नाहर, पूरण चंद वेदांतचिंतामणि घोष, कृष्णचंद्र |
| dc.coverage.spatial | India |
| dc.date.accessioned | 2018-07-26T11:06:02Z |
| dc.date.available | 2018-07-26T11:06:02Z |
| dc.description | पूरण चंद नाहर द्वारा लिखित यह पुस्तक जैन धर्म का समीक्षात्मक अध्ययन प्रस्तुत करती है जिसमें इसके तत्त्वविज्ञान, नीतिशास्त्र और इतिहास के विस्तृत विवरण हैं। इसमें त्योहारों, तीर्थ स्थानों, साहित्य, कला और वास्तुकला, बंधन, औपचारिक तर्क के सिद्धांत, पुण्य और पाप की अवधारणाएँ, जैन दर्शन और धर्म से संबंधित कर्मों के वर्गीकरण सहित, विस्तृत विवरणों की श्रृंखला सम्मिलित है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xvii, 796 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | एमसी दुबे क़ुलाब कुमारी पुस्तकालय, कलकत्ता |
| dc.subject | सैयदबाद, औपचारिक तर्क का जैन सिद्धांत, जैन तत्त्वविज्ञान, जैन धर्म का दर्शन |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1917 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000448 |
| dc.format.medium | text |
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