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काउंटर अटैक फ़्रॉम द ईस्ट द फ़िलॉसॉफ़ी ऑफ़ राधाकृष्णन

Author: जोड, सी.ई.एम.

Keywords: दर्शन, राधाकृष्णन, पश्चिम और पूर्व, नैतिकता और मूल्य, सी.ई.एम. जोड

Publisher: जॉर्ज एलन & अनविन, लंदन

Description: यह कार्य ‘पश्चिम और पूर्व’ के विचारों और दर्शनों के तुलनात्मक विश्लेषण के साथ शुरू होता है। यह धार्मिक मान्यताओं, नीतियों, नैतिकताओं और मूल्यों की तुलना करता है। पुस्तक राधाकृष्णन के व्यक्तित्व, उनके सिद्धांतों और पश्चिम के विचारों पर परिचर्चा सम्मिलित करती है। लेखक ब्रह्मांड, धर्म और अमरत्व की अवधारणाओं के बारे में भी बताता है। यह मुख्य रूप से दर्शन से संबंधित कार्य है, जिसे एक प्रस्तावना, एक उपसंहार, और एक सूचकांक के साथ सात अध्यायों में विभाजित किया गया है।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author जोड, सी.ई.एम.
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-18T10:10:23Z
dc.date.available 2018-07-18T10:10:23Z
dc.description यह कार्य ‘पश्चिम और पूर्व’ के विचारों और दर्शनों के तुलनात्मक विश्लेषण के साथ शुरू होता है। यह धार्मिक मान्यताओं, नीतियों, नैतिकताओं और मूल्यों की तुलना करता है। पुस्तक राधाकृष्णन के व्यक्तित्व, उनके सिद्धांतों और पश्चिम के विचारों पर परिचर्चा सम्मिलित करती है। लेखक ब्रह्मांड, धर्म और अमरत्व की अवधारणाओं के बारे में भी बताता है। यह मुख्य रूप से दर्शन से संबंधित कार्य है, जिसे एक प्रस्तावना, एक उपसंहार, और एक सूचकांक के साथ सात अध्यायों में विभाजित किया गया है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent (various pages)
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher जॉर्ज एलन & अनविन, लंदन
dc.subject दर्शन, राधाकृष्णन, पश्चिम और पूर्व, नैतिकता और मूल्य, सी.ई.एम. जोड
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1933
dc.identifier.accessionnumber AS-000236
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author जोड, सी.ई.एम.
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-18T10:10:23Z
dc.date.available 2018-07-18T10:10:23Z
dc.description यह कार्य ‘पश्चिम और पूर्व’ के विचारों और दर्शनों के तुलनात्मक विश्लेषण के साथ शुरू होता है। यह धार्मिक मान्यताओं, नीतियों, नैतिकताओं और मूल्यों की तुलना करता है। पुस्तक राधाकृष्णन के व्यक्तित्व, उनके सिद्धांतों और पश्चिम के विचारों पर परिचर्चा सम्मिलित करती है। लेखक ब्रह्मांड, धर्म और अमरत्व की अवधारणाओं के बारे में भी बताता है। यह मुख्य रूप से दर्शन से संबंधित कार्य है, जिसे एक प्रस्तावना, एक उपसंहार, और एक सूचकांक के साथ सात अध्यायों में विभाजित किया गया है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent (various pages)
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher जॉर्ज एलन & अनविन, लंदन
dc.subject दर्शन, राधाकृष्णन, पश्चिम और पूर्व, नैतिकता और मूल्य, सी.ई.एम. जोड
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1933
dc.identifier.accessionnumber AS-000236
dc.format.medium text