Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

अ कलेक्शन ऑफ़ प्राकृत एंड संस्कृत इंसक्रिप्शंस

Keywords: निर्देशिका, प्राकृत शिलालेख, संस्कृत शिलालेख, गुजरात, मेवाड़, काठियावाड़, वंश

Publisher: भावनगर पुरातत्व विभाग, भावनगर

Description: इस संग्रह में काठियावाड़ के प्रायद्वीप के विभिन्न हिस्सों, गुजरात के प्रांतों, मेवाड़ के साथ-साथ मारवाड़ क्षेत्रों केप्राकृत और संस्कृत शिलालेख शामिल हैं। अध्यायों को उनके संस्थापक राजवंशों के अनुसार वर्गीकृत किया गया है। प्रत्येक शिलालेख को इसके अपने रूप के साथ-साथ इसकी विषय वस्तु (मूल और अनुवादित) के आधार पर वर्णित किया गया है। पत्थर के साथ-साथ ताम्रपत्र पर शिलालेख मौर्य वंश, साह वंश, गुप्त वंश, वल्लभी वंश, सूर्य वंश, गोहिला वंश और सोलंकी राजवंश के अंतर्गत वर्गीकृत किए गए हैं।

Source: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र


DC Field Value
dc.date.accessioned 2019-10-17T10:41:49Z
dc.date.available 2019-10-17T10:41:49Z
dc.description इस संग्रह में काठियावाड़ के प्रायद्वीप के विभिन्न हिस्सों, गुजरात के प्रांतों, मेवाड़ के साथ-साथ मारवाड़ क्षेत्रों केप्राकृत और संस्कृत शिलालेख शामिल हैं। अध्यायों को उनके संस्थापक राजवंशों के अनुसार वर्गीकृत किया गया है। प्रत्येक शिलालेख को इसके अपने रूप के साथ-साथ इसकी विषय वस्तु (मूल और अनुवादित) के आधार पर वर्णित किया गया है। पत्थर के साथ-साथ ताम्रपत्र पर शिलालेख मौर्य वंश, साह वंश, गुप्त वंश, वल्लभी वंश, सूर्य वंश, गोहिला वंश और सोलंकी राजवंश के अंतर्गत वर्गीकृत किए गए हैं।
dc.source इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र
dc.format.extent 233p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी, संस्कृत
dc.publisher भावनगर पुरातत्व विभाग, भावनगर
dc.subject निर्देशिका, प्राकृत शिलालेख, संस्कृत शिलालेख, गुजरात, मेवाड़, काठियावाड़, वंश
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.identifier.accessionnumber 241
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.date.accessioned 2019-10-17T10:41:49Z
dc.date.available 2019-10-17T10:41:49Z
dc.description इस संग्रह में काठियावाड़ के प्रायद्वीप के विभिन्न हिस्सों, गुजरात के प्रांतों, मेवाड़ के साथ-साथ मारवाड़ क्षेत्रों केप्राकृत और संस्कृत शिलालेख शामिल हैं। अध्यायों को उनके संस्थापक राजवंशों के अनुसार वर्गीकृत किया गया है। प्रत्येक शिलालेख को इसके अपने रूप के साथ-साथ इसकी विषय वस्तु (मूल और अनुवादित) के आधार पर वर्णित किया गया है। पत्थर के साथ-साथ ताम्रपत्र पर शिलालेख मौर्य वंश, साह वंश, गुप्त वंश, वल्लभी वंश, सूर्य वंश, गोहिला वंश और सोलंकी राजवंश के अंतर्गत वर्गीकृत किए गए हैं।
dc.source इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र
dc.format.extent 233p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी, संस्कृत
dc.publisher भावनगर पुरातत्व विभाग, भावनगर
dc.subject निर्देशिका, प्राकृत शिलालेख, संस्कृत शिलालेख, गुजरात, मेवाड़, काठियावाड़, वंश
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.identifier.accessionnumber 241
dc.format.medium text