Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

अ कंपैरेटिव ग्रामर ऑफ़ द संस्कृत, ज़ेंड ग्रीक, लैटिन, लिथुवानियन , गॉथिक, जर्मन एंड स्क्लावोनिक लैंग्वेजेज़, वॉल I

Author: बॉप, एफ़.

Keywords: व्याकरण, भाषा, भाषा विज्ञान, स्वर विज्ञान, भाषा शास्त्र, संस्कृत, यूरोपीय भाषाएँ

Publisher: जॉन मरे, लंदन

Description: यह प्रोफेसर एफ़ बॉप द्वारा लिखित संस्कृत, ज़ेंड, ग्रीक, लैटिन, लिथुआनियाई, गोथिक, जर्मन और स्लावोनिक भाषाओं के तुलनात्मक व्याकरण का अनुवादित संस्करण है। समर्पण पृष्ठ इंगित करता है कि इस काम के माध्यम से, लेखक का इरादा भारत और यूरोप की भाषाओं की आम उत्पत्ति का प्रदर्शन करना है। लेखक इनके व्याकरणों की तुलना के द्वारा यह दिखाने की कोशिश करता है कि कैसे ये भाषाएँ एक दूसरे से संबंधित हैं। इसलिए इसमें श्रुतिमधुर (यूफ़ोनिक) वर्णानुक्रमिक परिवर्तनों का सिद्धांत, विशेष्य और विशेषणों के तुलनात्मक परिवर्तन, तथा गणन और क्रमसूचक संख्याओं की समानताएँ शामिल हैं।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author बॉप, एफ़.
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-20T07:41:00Z
dc.date.available 2018-07-20T07:41:00Z
dc.description यह प्रोफेसर एफ़ बॉप द्वारा लिखित संस्कृत, ज़ेंड, ग्रीक, लैटिन, लिथुआनियाई, गोथिक, जर्मन और स्लावोनिक भाषाओं के तुलनात्मक व्याकरण का अनुवादित संस्करण है। समर्पण पृष्ठ इंगित करता है कि इस काम के माध्यम से, लेखक का इरादा भारत और यूरोप की भाषाओं की आम उत्पत्ति का प्रदर्शन करना है। लेखक इनके व्याकरणों की तुलना के द्वारा यह दिखाने की कोशिश करता है कि कैसे ये भाषाएँ एक दूसरे से संबंधित हैं। इसलिए इसमें श्रुतिमधुर (यूफ़ोनिक) वर्णानुक्रमिक परिवर्तनों का सिद्धांत, विशेष्य और विशेषणों के तुलनात्मक परिवर्तन, तथा गणन और क्रमसूचक संख्याओं की समानताएँ शामिल हैं।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent xvi, 456 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher जॉन मरे, लंदन
dc.subject व्याकरण, भाषा, भाषा विज्ञान, स्वर विज्ञान, भाषा शास्त्र, संस्कृत, यूरोपीय भाषाएँ
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1854
dc.identifier.accessionnumber AS-001506
dc.format.medium text
dc.contributor.translator Eastwick, Edward B
DC Field Value
dc.contributor.author बॉप, एफ़.
dc.coverage.spatial India
dc.date.accessioned 2018-07-20T07:41:00Z
dc.date.available 2018-07-20T07:41:00Z
dc.description यह प्रोफेसर एफ़ बॉप द्वारा लिखित संस्कृत, ज़ेंड, ग्रीक, लैटिन, लिथुआनियाई, गोथिक, जर्मन और स्लावोनिक भाषाओं के तुलनात्मक व्याकरण का अनुवादित संस्करण है। समर्पण पृष्ठ इंगित करता है कि इस काम के माध्यम से, लेखक का इरादा भारत और यूरोप की भाषाओं की आम उत्पत्ति का प्रदर्शन करना है। लेखक इनके व्याकरणों की तुलना के द्वारा यह दिखाने की कोशिश करता है कि कैसे ये भाषाएँ एक दूसरे से संबंधित हैं। इसलिए इसमें श्रुतिमधुर (यूफ़ोनिक) वर्णानुक्रमिक परिवर्तनों का सिद्धांत, विशेष्य और विशेषणों के तुलनात्मक परिवर्तन, तथा गणन और क्रमसूचक संख्याओं की समानताएँ शामिल हैं।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent xvi, 456 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher जॉन मरे, लंदन
dc.subject व्याकरण, भाषा, भाषा विज्ञान, स्वर विज्ञान, भाषा शास्त्र, संस्कृत, यूरोपीय भाषाएँ
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1854
dc.identifier.accessionnumber AS-001506
dc.format.medium text
dc.contributor.translator Eastwick, Edward B