कस्टमरी लॉ इन द पंजाब बीइंग अ कोड ऑफ़ अनरिटिन लॉ फ़ॉर द पंजाब बेस्ड ऑन कस्टम्स
Author: अग्रवाल, ओम प्रकाश
Keywords: कानून, स्थानीय रीति-रिवाज, प्रथागत कानून, औपनिवेशिक कानून, पंजाब, ओम प्रकाश अग्रवाल
Publisher: लाहौर लॉ डिपो, लाहौर
Description: यह औपनिवेशिक पंजाब में प्रथागत कानूनों पर एक 'सामयिक और संपूर्ण' पुस्तक है। यह एक विस्तीर्ण एवं विशाल कार्य है, जिसे चार भागों, सत्रह अध्यायों और परिशिष्टों में विभाजित किया गया है। यह ‘क़ानून’ शब्द की परिभाषा, पंजाब के गाँव समुदायों और वहाँ के रीति-रिवाजों तथा प्रथाओं के बारे में चर्चा के साथ शुरू होती है। इस पुस्तक में पंजाब में अंग्रेजों द्वारा पारित अधिनियमों, संपत्ति की परिभाषा, प्रथागत कानूनों की प्रयोज्यता और अन्य संबंधित विषयों का भी उल्लेख शामिल है। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है और कानून तथा स्थानीय रीति-रिवाजों पर अंग्रेज़ों की धारणा को समझने में मदद करता है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | अग्रवाल, ओम प्रकाश |
| dc.date.accessioned | 2019-02-26T11:10:45Z |
| dc.date.available | 2019-02-26T11:10:45Z |
| dc.description | यह औपनिवेशिक पंजाब में प्रथागत कानूनों पर एक 'सामयिक और संपूर्ण' पुस्तक है। यह एक विस्तीर्ण एवं विशाल कार्य है, जिसे चार भागों, सत्रह अध्यायों और परिशिष्टों में विभाजित किया गया है। यह ‘क़ानून’ शब्द की परिभाषा, पंजाब के गाँव समुदायों और वहाँ के रीति-रिवाजों तथा प्रथाओं के बारे में चर्चा के साथ शुरू होती है। इस पुस्तक में पंजाब में अंग्रेजों द्वारा पारित अधिनियमों, संपत्ति की परिभाषा, प्रथागत कानूनों की प्रयोज्यता और अन्य संबंधित विषयों का भी उल्लेख शामिल है। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है और कानून तथा स्थानीय रीति-रिवाजों पर अंग्रेज़ों की धारणा को समझने में मदद करता है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xxx, 1058 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | English |
| dc.publisher | लाहौर लॉ डिपो, लाहौर |
| dc.subject | कानून, स्थानीय रीति-रिवाज, प्रथागत कानून, औपनिवेशिक कानून, पंजाब, ओम प्रकाश अग्रवाल |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1939 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-019541 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | अग्रवाल, ओम प्रकाश |
| dc.date.accessioned | 2019-02-26T11:10:45Z |
| dc.date.available | 2019-02-26T11:10:45Z |
| dc.description | यह औपनिवेशिक पंजाब में प्रथागत कानूनों पर एक 'सामयिक और संपूर्ण' पुस्तक है। यह एक विस्तीर्ण एवं विशाल कार्य है, जिसे चार भागों, सत्रह अध्यायों और परिशिष्टों में विभाजित किया गया है। यह ‘क़ानून’ शब्द की परिभाषा, पंजाब के गाँव समुदायों और वहाँ के रीति-रिवाजों तथा प्रथाओं के बारे में चर्चा के साथ शुरू होती है। इस पुस्तक में पंजाब में अंग्रेजों द्वारा पारित अधिनियमों, संपत्ति की परिभाषा, प्रथागत कानूनों की प्रयोज्यता और अन्य संबंधित विषयों का भी उल्लेख शामिल है। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है और कानून तथा स्थानीय रीति-रिवाजों पर अंग्रेज़ों की धारणा को समझने में मदद करता है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xxx, 1058 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | English |
| dc.publisher | लाहौर लॉ डिपो, लाहौर |
| dc.subject | कानून, स्थानीय रीति-रिवाज, प्रथागत कानून, औपनिवेशिक कानून, पंजाब, ओम प्रकाश अग्रवाल |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1939 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-019541 |
| dc.format.medium | text |
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