अ मेमोरैंडम ऑन आवर वर्नाक्यूलर्स एज़ मीडिया ऑफ़ एलिमेंट्री इंस्ट्रक्शन: एंड द डेवलपमेंट ऑफ़ वर्नाक्यूलर लिट्रेचर
Author: बहादुर, दीवान
जसभाई, मनीभाई
Keywords: भारत की स्थानिक भाषाएँ, स्थानिक भाषा साहित्य, स्थानिक भाषा शिक्षा का माध्यम
Publisher: बॉम्बे गज़ेट्स स्टीम प्रिंटिंग वर्क्स, बॉम्बे
Description: दीवान बहादुर और मनीभाई जसभाई द्वारा लिखित इस पुस्तक में सुझावों और रिपोर्टों की श्रृंखला के साथ एक ज्ञापन है। इनमें मैट्रिक (दसवीं) कक्षा तक स्कूल के पाठ्यक्रम में सुधार, युवा छात्रों के लिए शिक्षा के सबसे अच्छे माध्यम के रूप में स्थानिक भाषा, स्थानिक भाषा साहित्य में जनसमूह की शिक्षा, अंग्रेज़ी भाषा सीखने के लिए उचित अवधि, अध्ययन, आदि, के लिए सुझाव शामिल हैं। कई सरकारी रिपोर्टों और वृत्त अध्ययनों को भी लेखकों ने अपने पाँच अलग-अलग अध्यायों में शामिल किया है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | बहादुर, दीवान जसभाई, मनीभाई |
| dc.date.accessioned | 2019-03-01T15:34:01Z |
| dc.date.available | 2019-03-01T15:34:01Z |
| dc.description | दीवान बहादुर और मनीभाई जसभाई द्वारा लिखित इस पुस्तक में सुझावों और रिपोर्टों की श्रृंखला के साथ एक ज्ञापन है। इनमें मैट्रिक (दसवीं) कक्षा तक स्कूल के पाठ्यक्रम में सुधार, युवा छात्रों के लिए शिक्षा के सबसे अच्छे माध्यम के रूप में स्थानिक भाषा, स्थानिक भाषा साहित्य में जनसमूह की शिक्षा, अंग्रेज़ी भाषा सीखने के लिए उचित अवधि, अध्ययन, आदि, के लिए सुझाव शामिल हैं। कई सरकारी रिपोर्टों और वृत्त अध्ययनों को भी लेखकों ने अपने पाँच अलग-अलग अध्यायों में शामिल किया है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | iv, 229 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | बॉम्बे गज़ेट्स स्टीम प्रिंटिंग वर्क्स, बॉम्बे |
| dc.subject | भारत की स्थानिक भाषाएँ, स्थानिक भाषा साहित्य, स्थानिक भाषा शिक्षा का माध्यम |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1899 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-001365 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | बहादुर, दीवान जसभाई, मनीभाई |
| dc.date.accessioned | 2019-03-01T15:34:01Z |
| dc.date.available | 2019-03-01T15:34:01Z |
| dc.description | दीवान बहादुर और मनीभाई जसभाई द्वारा लिखित इस पुस्तक में सुझावों और रिपोर्टों की श्रृंखला के साथ एक ज्ञापन है। इनमें मैट्रिक (दसवीं) कक्षा तक स्कूल के पाठ्यक्रम में सुधार, युवा छात्रों के लिए शिक्षा के सबसे अच्छे माध्यम के रूप में स्थानिक भाषा, स्थानिक भाषा साहित्य में जनसमूह की शिक्षा, अंग्रेज़ी भाषा सीखने के लिए उचित अवधि, अध्ययन, आदि, के लिए सुझाव शामिल हैं। कई सरकारी रिपोर्टों और वृत्त अध्ययनों को भी लेखकों ने अपने पाँच अलग-अलग अध्यायों में शामिल किया है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | iv, 229 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | बॉम्बे गज़ेट्स स्टीम प्रिंटिंग वर्क्स, बॉम्बे |
| dc.subject | भारत की स्थानिक भाषाएँ, स्थानिक भाषा साहित्य, स्थानिक भाषा शिक्षा का माध्यम |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1899 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-001365 |
| dc.format.medium | text |
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