ऑल कलर बुक्स ऑफ़ ओरिएंटल कार्पेट्स एंड रग्स
Author: रीड, स्टेनली
Keywords: क़ालीन, फ़ारस, तुर्की, पूर्व, ग़लीचे, समरकंद
Publisher: ऑक्टोपस बुक्स, लंदन
Description: यह कार्य तुर्की और चीन के पारंपरिक क्षेत्रों के बीच पूर्वी क़ालीनों और ग़लीचों के निर्माण की, इसके ऐतिहासिक महत्व के साथ, परिचर्चा करता है। यह उपयोग की जाने वाली सामग्रियों के अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों, नियोजित तकनीकों और वर्तमान दुनिया के ग्राहक-गण को एक साथ जोड़ता है।
Source: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | रीड, स्टेनली |
| dc.date.accessioned | 2019-10-17T11:23:46Z |
| dc.date.available | 2019-10-17T11:23:46Z |
| dc.description | यह कार्य तुर्की और चीन के पारंपरिक क्षेत्रों के बीच पूर्वी क़ालीनों और ग़लीचों के निर्माण की, इसके ऐतिहासिक महत्व के साथ, परिचर्चा करता है। यह उपयोग की जाने वाली सामग्रियों के अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों, नियोजित तकनीकों और वर्तमान दुनिया के ग्राहक-गण को एक साथ जोड़ता है। |
| dc.source | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
| dc.format.extent | 72p.; 102 colour plates |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | ऑक्टोपस बुक्स, लंदन |
| dc.subject | क़ालीन, फ़ारस, तुर्की, पूर्व, ग़लीचे, समरकंद |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1972 |
| dc.identifier.accessionnumber | 468 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | रीड, स्टेनली |
| dc.date.accessioned | 2019-10-17T11:23:46Z |
| dc.date.available | 2019-10-17T11:23:46Z |
| dc.description | यह कार्य तुर्की और चीन के पारंपरिक क्षेत्रों के बीच पूर्वी क़ालीनों और ग़लीचों के निर्माण की, इसके ऐतिहासिक महत्व के साथ, परिचर्चा करता है। यह उपयोग की जाने वाली सामग्रियों के अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों, नियोजित तकनीकों और वर्तमान दुनिया के ग्राहक-गण को एक साथ जोड़ता है। |
| dc.source | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
| dc.format.extent | 72p.; 102 colour plates |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | ऑक्टोपस बुक्स, लंदन |
| dc.subject | क़ालीन, फ़ारस, तुर्की, पूर्व, ग़लीचे, समरकंद |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1972 |
| dc.identifier.accessionnumber | 468 |
| dc.format.medium | text |
भारत सरकार


डिजिटल भविष्य के लिए स्वयं को तैयार करने की आवश्यकता को पहचानते हुए, ‘भारतीय संस्कृति’ पोर्टल, संस्कृति मंत्रालय द्वारा एक पहल है। यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो पूरे भारत की विभिन्न रिपॉज़िटरियों और संस्थानों से सांस्कृतिक प्रासंगिकता के डेटा को प्रस्तुत करता है।
