फ़ाइनैंशियल सिस्टम ऑफ़ इंडिया
Author: चंद, ज्ञान
Keywords: राजकोषीय नीतियाँ, राजकोषीय पुनर्निर्माण, ब्रिटिश सरकार, भारतीय अर्थव्यवस्था, ज्ञान चंद
Publisher: केगन पॉल, ट्रेंच, ट्रबनर, लंदन
Description: यह पुस्तक 1927 में पटना में ज्ञान चंद द्वारा दिए गए भारतीय अर्थव्यवस्था' के छः व्याख्यानों का संकलन है। यह ब्रिटिश भारत की राजकोषीय प्रणाली का अध्ययन करती है, और राजकोषीय पुनर्निर्माण, सरकार की नीतियों, राजस्व के स्रोतों, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों, आदि, से संबंधित है। यह बीसवीं शताब्दी में भारत में ब्रिटिश सरकार के आर्थिक निर्णयों, कर निर्धारण की नीतियों, करों का भार और अन्य की समीक्षा करने में मदद करती है। आरंभ में, विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित पुस्तक पर कुछ अभिमतों को शामिल किया गया है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | चंद, ज्ञान |
| dc.coverage.spatial | India |
| dc.date.accessioned | 2018-07-23T12:08:49Z |
| dc.date.available | 2018-07-23T12:08:49Z |
| dc.description | यह पुस्तक 1927 में पटना में ज्ञान चंद द्वारा दिए गए भारतीय अर्थव्यवस्था' के छः व्याख्यानों का संकलन है। यह ब्रिटिश भारत की राजकोषीय प्रणाली का अध्ययन करती है, और राजकोषीय पुनर्निर्माण, सरकार की नीतियों, राजस्व के स्रोतों, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों, आदि, से संबंधित है। यह बीसवीं शताब्दी में भारत में ब्रिटिश सरकार के आर्थिक निर्णयों, कर निर्धारण की नीतियों, करों का भार और अन्य की समीक्षा करने में मदद करती है। आरंभ में, विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित पुस्तक पर कुछ अभिमतों को शामिल किया गया है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | iii, 178 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | केगन पॉल, ट्रेंच, ट्रबनर, लंदन |
| dc.subject | राजकोषीय नीतियाँ, राजकोषीय पुनर्निर्माण, ब्रिटिश सरकार, भारतीय अर्थव्यवस्था, ज्ञान चंद |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1929 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000964 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | चंद, ज्ञान |
| dc.coverage.spatial | India |
| dc.date.accessioned | 2018-07-23T12:08:49Z |
| dc.date.available | 2018-07-23T12:08:49Z |
| dc.description | यह पुस्तक 1927 में पटना में ज्ञान चंद द्वारा दिए गए भारतीय अर्थव्यवस्था' के छः व्याख्यानों का संकलन है। यह ब्रिटिश भारत की राजकोषीय प्रणाली का अध्ययन करती है, और राजकोषीय पुनर्निर्माण, सरकार की नीतियों, राजस्व के स्रोतों, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों, आदि, से संबंधित है। यह बीसवीं शताब्दी में भारत में ब्रिटिश सरकार के आर्थिक निर्णयों, कर निर्धारण की नीतियों, करों का भार और अन्य की समीक्षा करने में मदद करती है। आरंभ में, विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित पुस्तक पर कुछ अभिमतों को शामिल किया गया है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | iii, 178 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | केगन पॉल, ट्रेंच, ट्रबनर, लंदन |
| dc.subject | राजकोषीय नीतियाँ, राजकोषीय पुनर्निर्माण, ब्रिटिश सरकार, भारतीय अर्थव्यवस्था, ज्ञान चंद |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1929 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000964 |
| dc.format.medium | text |
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