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फ़ील्ड्स एंड फ़ार्मर्स इन अवध

Author: मुख़र्जी

Keywords: कृषिक सर्वेक्षण, आर्थिक सर्वेक्षण, अवध, लखनऊ, हरदोई, उन्नाव, किसान, वित्त, राजस्व, अर्थशास्त्र

Description: यह प्रलेख अवध में किए गए पारिस्थितिकीय, कृषिक और आर्थिक सर्वेक्षण को सम्मिलित करता है। तीन भागों में प्रस्तुत, ये सर्वेक्षण मल्हेरा गाँव (हरदोई में), बक्शी का तालाब (लखनऊ में) और उन्नाव जिले में किए गए थे। सर्वेक्षण में इन जिलों में खेतीहर की समय सारिणी, लागत और लाभ, उसकी जोत का नाप और वितरण, उसकी गरीबी, और ऋणग्रस्तता की जाँच की गई। इन सर्वेक्षणों ने विभिन्न क्षेत्रों में कृषि सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता को मापने में मदद करने का प्रयास किया।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author मुख़र्जी
dc.date.accessioned 2018-07-25T09:55:09Z
dc.date.available 2018-07-25T09:55:09Z
dc.description यह प्रलेख अवध में किए गए पारिस्थितिकीय, कृषिक और आर्थिक सर्वेक्षण को सम्मिलित करता है। तीन भागों में प्रस्तुत, ये सर्वेक्षण मल्हेरा गाँव (हरदोई में), बक्शी का तालाब (लखनऊ में) और उन्नाव जिले में किए गए थे। सर्वेक्षण में इन जिलों में खेतीहर की समय सारिणी, लागत और लाभ, उसकी जोत का नाप और वितरण, उसकी गरीबी, और ऋणग्रस्तता की जाँच की गई। इन सर्वेक्षणों ने विभिन्न क्षेत्रों में कृषि सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता को मापने में मदद करने का प्रयास किया।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 302 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.subject कृषिक सर्वेक्षण, आर्थिक सर्वेक्षण, अवध, लखनऊ, हरदोई, उन्नाव, किसान, वित्त, राजस्व, अर्थशास्त्र
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1928
dc.identifier.accessionnumber AS-003794
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author मुख़र्जी
dc.date.accessioned 2018-07-25T09:55:09Z
dc.date.available 2018-07-25T09:55:09Z
dc.description यह प्रलेख अवध में किए गए पारिस्थितिकीय, कृषिक और आर्थिक सर्वेक्षण को सम्मिलित करता है। तीन भागों में प्रस्तुत, ये सर्वेक्षण मल्हेरा गाँव (हरदोई में), बक्शी का तालाब (लखनऊ में) और उन्नाव जिले में किए गए थे। सर्वेक्षण में इन जिलों में खेतीहर की समय सारिणी, लागत और लाभ, उसकी जोत का नाप और वितरण, उसकी गरीबी, और ऋणग्रस्तता की जाँच की गई। इन सर्वेक्षणों ने विभिन्न क्षेत्रों में कृषि सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता को मापने में मदद करने का प्रयास किया।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 302 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.subject कृषिक सर्वेक्षण, आर्थिक सर्वेक्षण, अवध, लखनऊ, हरदोई, उन्नाव, किसान, वित्त, राजस्व, अर्थशास्त्र
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1928
dc.identifier.accessionnumber AS-003794
dc.format.medium text