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फ़िफ़्टी इयर्स विथ जॉन कंपनी फ़्रॉम द लेटर्स ऑफ़ जनरल सर जॉन लो ऑफ़ क्लैटो, फ़ाइफ़ 1822-1858

Author: लो, उर्सुला

Keywords: पारिवारिक इतिहास, जॉन लो, पत्र, भारत, ब्रिटिश, भारत में ब्रिटिश, जॉन लो, उर्सुला लो

Publisher: जॉन मरे, लंदन

Description: यह जॉन लो का पारिवारिक इतिहास है जो उनकी पौत्री द्वारा लिखा गया है। यह जॉन लो और उनकी माँ के बीच 1822 से 1839 तक आदान-प्रदान किए गए कई पत्रों पर आधारित है। जॉन लो के माता-पिता की संक्षिप्त पृष्ठभूमि के साथ वर्णन शुरू होता है और उनके कार्यकाल, भारत में उनके दिनों और वहाँ उनके अनुभवों के बारे में बताता है। यह पुस्तक उनकी शादी, उनकी पत्नी, और परिवार के अन्य सदस्यों का वर्णन भी सम्मिलित करती है। पुस्तक में कुल अठारह अध्याय और कई चित्र हैं।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author लो, उर्सुला
dc.date.accessioned 2018-07-17T07:32:32Z
dc.date.available 2018-07-17T07:32:32Z
dc.description यह जॉन लो का पारिवारिक इतिहास है जो उनकी पौत्री द्वारा लिखा गया है। यह जॉन लो और उनकी माँ के बीच 1822 से 1839 तक आदान-प्रदान किए गए कई पत्रों पर आधारित है। जॉन लो के माता-पिता की संक्षिप्त पृष्ठभूमि के साथ वर्णन शुरू होता है और उनके कार्यकाल, भारत में उनके दिनों और वहाँ उनके अनुभवों के बारे में बताता है। यह पुस्तक उनकी शादी, उनकी पत्नी, और परिवार के अन्य सदस्यों का वर्णन भी सम्मिलित करती है। पुस्तक में कुल अठारह अध्याय और कई चित्र हैं।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent xxvii, 434 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher जॉन मरे, लंदन
dc.subject पारिवारिक इतिहास, जॉन लो, पत्र, भारत, ब्रिटिश, भारत में ब्रिटिश, जॉन लो, उर्सुला लो
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1936
dc.identifier.accessionnumber AS-003157
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author लो, उर्सुला
dc.date.accessioned 2018-07-17T07:32:32Z
dc.date.available 2018-07-17T07:32:32Z
dc.description यह जॉन लो का पारिवारिक इतिहास है जो उनकी पौत्री द्वारा लिखा गया है। यह जॉन लो और उनकी माँ के बीच 1822 से 1839 तक आदान-प्रदान किए गए कई पत्रों पर आधारित है। जॉन लो के माता-पिता की संक्षिप्त पृष्ठभूमि के साथ वर्णन शुरू होता है और उनके कार्यकाल, भारत में उनके दिनों और वहाँ उनके अनुभवों के बारे में बताता है। यह पुस्तक उनकी शादी, उनकी पत्नी, और परिवार के अन्य सदस्यों का वर्णन भी सम्मिलित करती है। पुस्तक में कुल अठारह अध्याय और कई चित्र हैं।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent xxvii, 434 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher जॉन मरे, लंदन
dc.subject पारिवारिक इतिहास, जॉन लो, पत्र, भारत, ब्रिटिश, भारत में ब्रिटिश, जॉन लो, उर्सुला लो
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1936
dc.identifier.accessionnumber AS-003157
dc.format.medium text